जयपुर. तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने अपने ट्विटर पर लिखा 'ये मौसम ही है ऐसा,आतुर हैं परिंदे, घोंसले बदलने के लिए'. सुभाष गर्ग के इस ट्वीट पर प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने शायराना अंदाज में जवाब देते हुए लिखा 'मुझे मालूम है उसका ठिकाना, फिर कहां होगा परिंदा आसमान छूने में जब नाकाम हो जाए'.
दरअसल, ट्विटर पर यह शेरो-शायरी इशारा कर रही है राजस्थान में कांग्रेस के भीतर चल रही उठापटक की ओर. पिछले दिनों लगातार पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और उनके कैंप से जुड़े विधायकों ने मुखर रूप से अपनी आवाज बुलंद करना शुरू कर दी है. कांग्रेस विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने तो यह तक बयान दे दिया कि कई विधायकों के फोन टैप कराए जा रहे हैं.
वहीं, वरिष्ठ कांग्रेसी विधायक बृजेन्द्र ओला ने यह बयान दे डाला कि विधायकों के क्या जनता के भी काम नहीं हो रहे, मौजूदा सरकार में. ऐसे में गहलोत कैंप से आने वाले तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री ने जब ट्वीट के जरिए यह शायराना बात लिखी तो निशाना पायलट कैंप से जुड़े विधायकों पर ही माना जा रहा था. लेकिन जब विपक्ष में बैठे भाजपा के दिग्गज नेता राजेंद्र राठौड़ ने उसी अंदाज में यह जवाब देकर एक बार फिर सियासी हलचल बढ़ा दी है.
बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर सरकार पर साधा निशाना...
वहीं, एक अन्य ट्वीट के जरिए राजेंद्र राठौड़ सिरोही में जमानत पर रिहा दुष्कर्म के आरोपी द्वारा घर में घुसकर पीड़िता की निर्ममता से हत्या करने की घटना पर राज्य सरकार पर निशाना साधा और लिखा कि राज्य सरकार के महिला सुरक्षा के दावों की पोल यह घटना खोल रही है.
राठौड़ ने लिखा 'प्रदेश में बहन-बेटियों के साथ अत्याचार की परकाष्ठा हो चुकी है और अब घर में भी वे सुरक्षित नहीं हैं.' वहींं, कुशलगढ़ विधायक द्वारा हेड कांस्टेबल को थप्पड़ मारने से जुड़ी घटना पर भी राजेंद्र राठौड़ ने कटाक्ष करते हुए लिखा 'सैंया भए कोतवाल अब डर काहे का, सरकार की सरपरस्ती में कुछ भी हो सकता है.'