नई दिल्ली/जयपुर. कोविड- 19 के बढ़ते खतरे के बीच एक राहत वाली खबर है. देश के सबसे बड़े अस्पताल एम्स में डॉक्टर्स डे के उपलक्ष्य में प्लाज्मा ट्रैकर एप 'कोपल 19' लांच किया गया. देश के बड़े प्रौद्योगिकी संस्थान आईआईटी दिल्ली के एक छात्र ने बनाई है. इन्होंने ही दिल्ली सरकार के दिल्ली कोविड एप बनाई है. इस अवसर पर एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया और एम्स रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. आदर्श प्रताप सिंह और कार्यकारी सदस्य मौजूद रहे.
आपको बता दें कि अभी तक कोरोना वायरस इन्फेक्शन से बचाव के लिए न कोई वैक्सीन है और ना ही कोई दवाई है. ऐसे में स्पेनिश फ्लू महामारी के समय बचने के उपाय के लिए जिस प्लाज्मा का इस्तेमाल किया गया था, उसी का इस्तेमाल कोविड इन्फेक्शन के लिए भी किया जाने लगा है. इसके अच्छे परिणाम भी आ रहे हैं.
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हाल ही में दिल्ली के हेल्थ मिनिस्टर सत्येंद्र जैन की कोविड इन्फेक्शन की वजह से जब हालात खराब हो गयी थी और वे आईसीयू में भर्ती थे तो उन्हें प्लाज्मा थेरेपी ही दी गयी थी, जिससे उनकी जान बच पायी थी. इसकी सफलता देखते हुए दिल्ली सरकार ने दिल्ली के सबसे बड़े कोविड अस्पताल एलएनजेपी अस्पताल में 200 मरीजों के ऊपर इसे आजमाने का फैसला किया है, जिसकी मंजूरी भी आईसीएमआर की तरफ से मिल गयी है.
ऐसे काम करेगा कोपल 19 प्लाज्मा ट्रैकर
एम्स के न्यूरो सर्जरी विभाग के डॉ. अखलेश ने बताया कि सबसे पहले आपको इस एप को अपने मोबाइल में इंस्टॉल करना होगा. उसके बाद आप इसमें दिए नंबर पर संपर्क करेंगे तो आपको जानकारी ली जायेगी, आपका ब्लड ग्रुप पूछा जायेगा, फिर आपके ब्लड ग्रुप के हिसाब से प्लाज्मा बैंक में मिलान किया जाएगा. उपलब्ध होने पर आपको जानकारी दी जायेगी की आप कैसे और कहां से प्लाज्मा ले सकते हैं.
जरूरतमंद को डोनर से मिलाएगा ये एप
डॉ. अभिनव बताते हैं कि यह एप प्लाज्मा के जरूरतमंदों को डोनर से मिलायेगा. यह एप दोनों को एक-दूसरे से जोड़ने लिए है. जिन्हें जरूरत होगी वो एप की मदद से प्लाज्मा डोनेट करने के लिए मोटीवेट कर सकते हैं.