जयपुर. राजस्थान में जब से केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने एक सभा में सचिन पायलट की चूक वाक्य का इस्तेमाल किया उसके बाद से राजनीतिक उठापटक तेज हो गई है. एक ओर जहां महाराष्ट्र में सरकार का भविष्य क्या होगा इसे लेकर चर्चा चल रही है, तो वहीं दूसरी ओर राजस्थान में साल 2020 में हुई सियासी उठापटक पर सियासी बयानबाजी का भी दौर चरम पर है.
शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मामले पर बोलते हुए 2 साल में पहली बार सचिन पायलट के सरकार गिराने में शामिल होने की बात कही तो वहीं यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने तो एक कदम आगे बढ़ते हुए यहां तक कह दिया कि मुख्यमंत्री ने सही कहा है और हमने तो देखा भी है. अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और शांति धारीवाल को लेकर सचिन पायलट या उनके कैंप के किसी विधायक ने सीधा कमेंट तो नहीं किया है, लेकिन पायलट कैंप के विधायक इंद्राज गुर्जर ने एक ट्वीट किया है.
विधायक इंद्राज गुर्जर ने ट्वीट किया कि- 'जमीन पर बैठा हुआ आदमी कभी नहीं गिरता फिक्र उनको है जो हवा में है.' इंद्राज गुर्जर के ट्वीट को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के जवाब के रूप में देखा जा रहा है. वहीं, हर बार सचिन पायलट का पक्ष लेने वाले आचार्य प्रमोद ने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान पर रीट्वीट करते हुए लिखा है कि- 'विषपान करने वाले नीलकंठ का अभिषेक श्रावण मास में किया जाता है.'
![Pilot camp leaders on cm Gehlot](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/rj-jpr-01-paykatgahlot-av-9024297_27062022100104_2706f_1656304264_136.jpg)
आचार्य प्रमोद ने ट्वीट कर सचिन पायलट को जहर की तुलना घूंट पीने वाले नीलकंठ से ही नहीं की है बल्कि श्रावण मास में अभिषेक के तौर पर उन्होंने इशारे ही इशारे में कहा है कि अगले कुछ महीनों में राजस्थान में सत्ता की कुर्सी में बदलाव होगा. हालांकि, आचार्य प्रमोद कांग्रेस पार्टी के कोई अधिकृत प्रवक्ता नहीं हैं, लेकिन वे सचिन पायलट को लेकर अक्सर बयान देते रहे हैं. वहीं, पायलट कैंप के विधायक इंद्राज गुर्जर ने भी सीधे बयान देने की बजाय घुमा कर अपनी बात रखी है.
क्या कहा था सीएम गहलोत ने- सीएम अशोक गहलोत ने शनिवार को फोन टैपिंग प्रकरण पर गजेंद्र सिंह शेखावत के लिए कहा था कि कानून अपना काम कर रही है. वह काफी समय से बचते रहे. आखिर में कोर्ट की ओर से उन्हें नोटिस सर्व हो ही गया. इनको वॉइस सैंपल देने में तकलीफ क्या है? वे स्वीकार कर चुके हैं कि ये इनकी वॉइस है. लोकेश शर्मा के खिलाफ जो केस इन्होंने दर्ज करवाया है, उलटा चोर कोतवाल को डांटे वाली बात है. आप सरकार गिराने के प्रयास के मुख्य किरदार थे. सबको मालूम है कि आप एक्सपोज हो गए हैं. आपने खुद सरकार गिराने का षड्यंत्र किया. अब आप सचिन पायलट का नाम ले रहे हैं. कह रहे हैं कि उन्होंने चूक कर दी, इसके बाद तो और प्रूफ हो गया और आपने खुद ठप्पा लगा दिया कि आप उनके साथ मिले हुए थे.
![Pilot camp leaders on cm Gehlot](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/rj-jpr-01-paykatgahlot-av-9024297_27062022100104_2706f_1656304264_133.jpg)
शांति धारीवाल का बयान- इसके बाद रविवार को प्रदेश के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल कोटा (Shanti dhariwal in kota) दौरे पर आए थे. इस दौरान उन्होंने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट पर हमला बोला. साथ ही सीएम अशोक गहलोत की बात को दोहराते हुए धारीवाल ने दोनों को मिला हुआ बताया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत ने ठीक कहा है, इसमें कुछ भी गलत नहीं है. हमने खुद दोनों को मिला हुआ देखा है.