जयपुर. लॉकडाउन पीरियड के बाद जयपुर शहर में आम जीवन पटरी पर लौट रहा है. लेकिन बीते 3 महीने में सैकड़ों लोगों के आमदनी के साधन पर कुठाराघात पहुंचा है. ऐसे में अब लोग बिजली-पानी के बिल को माफ करने की मांग को लेकर सड़कों पर उतर रहे हैं. मंगलवार को धरोहर बचाओ समिति के नेतृत्व में किशनपोल बाजार में शहर वासियों ने सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करते हुए प्रदर्शन किया.
पूरा देश फिलहाल कोरोना संक्रमण से लड़ रहा है. आम आदमी सरकार के हर निर्देशों की पालना कर रहा है. यही वजह है कि संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के दौरान सभी का कामकाज बंद हो गया और आमदनी शून्य हो गई. इस बीच सरकार ने आम जनता की जेब पर बिजली और पानी के बिल का भार भी डाल दिया, जिसे लेकर अब लोग आक्रोश व्यक्त करते हुए सड़कों पर उतर आए हैं.
बता दें कि मंगलवार को जयपुर की स्मार्ट रोड किशनपोल शहर वासियों के प्रदर्शन की गवाह बनी. धरोहर बचाओ समिति के नेतृत्व में लॉकडाउन पीरियड के बिजली-पानी बिल माफ कराने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान रखा गया.
समिति संरक्षक भारत शर्मा ने कहा कि एक तरफ तो सरकार पांच सितारा होटल में सभी विधायकों को लेकर ऐशो आराम की जिंदगी जी रहे हैं. वहीं दूसरी ओर आम जनता पर बिजली-पानी के बिल का भार डाला जा रहा है. उनका कहना है कि आम जनता बिजली-पानी का बिल भुगतान करने में असमर्थ है. ऐसे में उन्होंने राज्य सरकार से 3 महीने का बिजली पानी का बिल माफ कर राहत देने की मांग की है.