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लॉकडाउन में नहीं हो रहा शिकायतों का निस्तारण, हॉटस्पॉट वाली जगहों पर नालों की सफाई भी चुनौती

लॉकडाउन के दौरान जयपुर नगर निगम में शिकायतों की पेंडेंसी बढ़ी है, तो वहीं मानसून से पहले हॉटस्पॉट वाली जगहों पर नालों की सफाई भी बड़ी चुनौती साबित होगी. इसके लिए निविदा तो जारी कर दी है, लेकिन सफाई का काम कब से शुरु होगा इस पर असमंजस की स्थिति बनी हुई है.

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शिकायतों की पेंडेंसी बढ़ी
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Published : May 2, 2020, 7:18 PM IST

जयपुर. कोरोना वायरस से लड़ते हुए शहर भर में सफाई, सैनिटाइजेशन और राशन वितरण का काम कर रहे नगर निगम के शिकायत पोर्टल पर रूटीन शिकायतों की पेंडेंसी बढ़ गई है. बीते 35 दिन में करीब सीवरेज और सफाई से जुड़ी 8500 शिकायतें आई है. जिनमें से 50 फ़ीसदी शिकायतों का ही निपटारा किया जा सका है. उधर, आगामी मानसून सत्र भी नगर निगम के लिए एक बड़ी चुनौती होगा.

नालों की सफाई भी चुनौती

चूंकि हर साल मानसून से पहले नालों की सफाई कर दी जाती है, लेकिन इस बार नालों की सफाई पर भी लॉक लगता दिख रहा है. हालांकि नगर निगम ने निविदा जारी की है और ये निविदा 5 मई को खुलेगी. उसके बाद काम शुरू होने की बात की जा रही है, लेकिन संक्रमण की स्थिति को देखते हुए हॉटस्पॉट और कर्फ्यू वाले इलाकों में सफाई किस तरह होगी इसकी अभी रूपरेखा नहीं बन पाई है.

पढ़ेंः अन्नदान अभियान के तहत अब तक 50 हजार से अधिक लोगों को कराया भोजन

हालांकि निगम स्तर पर फरवरी महीने में छोटे नालों की सफाई शुरू जरूर की गई थी, लेकिन लॉकडाउन लगने के साथ ही ये काम भी ठप हो गया. हालांकि निगम प्रशासन सरकार से मिलने वाले निर्देशों की पालना की बात कह रहा है.

बता दें कि शहर में छोटे-बड़े करीब 900 नाले हैं. हर साल मानसून से पहले इन सभी नालों की सफाई करवाई जाती है, लेकिन संक्रमण के मंडराते खतरे के बीच इस बार आशंका बनी हुई है. ऐसे में फिलहाल निगम प्रशासन के सामने पेंडिंग शिकायतों के साथ-साथ, अब नालों की सफाई की भी चुनौती सामने है.

जयपुर. कोरोना वायरस से लड़ते हुए शहर भर में सफाई, सैनिटाइजेशन और राशन वितरण का काम कर रहे नगर निगम के शिकायत पोर्टल पर रूटीन शिकायतों की पेंडेंसी बढ़ गई है. बीते 35 दिन में करीब सीवरेज और सफाई से जुड़ी 8500 शिकायतें आई है. जिनमें से 50 फ़ीसदी शिकायतों का ही निपटारा किया जा सका है. उधर, आगामी मानसून सत्र भी नगर निगम के लिए एक बड़ी चुनौती होगा.

नालों की सफाई भी चुनौती

चूंकि हर साल मानसून से पहले नालों की सफाई कर दी जाती है, लेकिन इस बार नालों की सफाई पर भी लॉक लगता दिख रहा है. हालांकि नगर निगम ने निविदा जारी की है और ये निविदा 5 मई को खुलेगी. उसके बाद काम शुरू होने की बात की जा रही है, लेकिन संक्रमण की स्थिति को देखते हुए हॉटस्पॉट और कर्फ्यू वाले इलाकों में सफाई किस तरह होगी इसकी अभी रूपरेखा नहीं बन पाई है.

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हालांकि निगम स्तर पर फरवरी महीने में छोटे नालों की सफाई शुरू जरूर की गई थी, लेकिन लॉकडाउन लगने के साथ ही ये काम भी ठप हो गया. हालांकि निगम प्रशासन सरकार से मिलने वाले निर्देशों की पालना की बात कह रहा है.

बता दें कि शहर में छोटे-बड़े करीब 900 नाले हैं. हर साल मानसून से पहले इन सभी नालों की सफाई करवाई जाती है, लेकिन संक्रमण के मंडराते खतरे के बीच इस बार आशंका बनी हुई है. ऐसे में फिलहाल निगम प्रशासन के सामने पेंडिंग शिकायतों के साथ-साथ, अब नालों की सफाई की भी चुनौती सामने है.

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