जयपुर. पिछले 24 दिन से शहीद स्मारक पर ग्रेड पे 3600 करने को लेकर पटवारी धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. बुधवार को पटवारियों ने अनोखे तरीके से विरोध जताया और कटोरा लेकर सड़कों पर उतरे. पटवारियों ने कहा कि वो भीख मांगकर जो पैसे मिलेंगे उसे सरकार के राजकोष में जमा करवाएंगे, जिससे सरकार का खजाना भर जाए और हमारी ग्रेड पे 3600 की मांग पूरी हो जाए.
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राजस्थान पटवार संघ के बैनर तले प्रदेश के पटवारी ग्रेड पे 3600 सहित 3 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. पटवारी 15 फरवरी से शहीद स्मारक पर लगातार सरकार के खिलाफ आक्रोश जता रहे हैं. सरकार से इनकी कई बार वार्ता भी हो चुकी है. लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है. राजस्व मंत्री को लेकर भी इन पटवारियों में आक्रोश है. उनका कहना है कि इतने दिन धरना प्रदर्शन चलने के बावजूद भी राजस्व मंत्री एक बार भी धरना स्थल पर नहीं आए.
बुधवार को राजस्थान पटवार संघ के बैनर तले पटवारी अजमेरी गेट पर भीख मांगने वाले थे. लेकिन पुलिस की ओर से उन्हें अनुमति नहीं दी गई. पुलिस ने उन्हें शहीद स्मारक पर भीख मांगने की अनुमति दी. इसके बाद शहीद स्मारक पर मौजूद पटवारी कटोरा लेकर सड़कों पर निकले और आने जाने वाले लोगों से भीख मांगी. बड़ी संख्या में महिला पटवारी भी प्रदर्शन में शामिल हुई. राजस्थान पटवार संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र कुमार निमिवाल ने कहा कि पटवारी राजस्व विभाग का एक महत्वपूर्ण कर्मचारी है. वह सरकार का राजकोष भरने का काम करता है लेकिन आज सरकार हमारी ग्रेड पे 3600 मांग पूरी नहीं हो रही है.
उन्होंने कहा कि सरकार का कहती है उसका राजकोष खाली है और वित्तीय स्थिति ठीक नहीं हैं. इसलिए सरकार की वित्तीय स्थिति को सुधारने के लिए पटवारी कटोरा लेकर सड़क पर उतरा है. उन्होंने कहा कि भीख में मिले पैसों को सरकार के राजकोष में जमा कराया जाएगा. इससे हमारी ग्रेड पे 3600 की मांग पूरी हो सकेगी. निमिवाल ने कहा कि यदि इससे भी सरकार के राजकोष में खजाना नहीं भरता है तो पूरे प्रदेश में पटवारी भीख मांग कर सरकार का खजाना भरने का काम करेगा. सरकार का खजाना भरने का और कोई तरीका उनके पास नहीं है. प्रदर्शन के दौरान टोंक जिले की एक महिला पटवारी की तबीयत भी बिगड़ गई. जिसे अस्पताल पहुंचाया गया.