जयपुर. आराध्य देव गोविंददेव जी मंदिर में श्रृंगार झांकी के बाद महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सानिध्य में मां भगवती सरस्वती देवी का जगमोहन में पूजन किया गया. ठाकुर जी मंदिर के प्रवक्ता मानस गोस्वामी ने बताया कि, बसंत पंचमी को मंदिर का पाटोत्सव मनाया गया, जिसके साथ ही सुबह की मंगला, धूप, श्रृंगार और राजभोग झांकी के समय में भी परिवर्तन किया गया है. हालांकि, संध्याकालीन झांकियां निर्धारित समय पर होगी. ऐसे में भक्त अब परिवर्तित समय में विभिन्न झांकियों के दर्शन कर सकेंगे. वहीं मंदिर में कोविड गाइडलाइन के तहत ही फिलहाल दर्शन होंगे.
ऐसे में अब मंगला झांकी परिवर्तित होकर अलसुबह 4 से 4.15 बजे तक होगी और उसके बाद 4.45 बजे से 5 बजे तक ठाकुरजी का अभिषेक व तिथि पूजन हुआ. साथ ही भक्तों को अभिषेक पंचामृत मंदिर के निकास द्वार से वितरित किया किया. वही धूप झांकी सुबह 8 से 9.15 बजे तक होगी और धूप झांकी खुलने से पहले अधिवास पूजा होगी.
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शहर के सुभाष चौक स्थित शुक्र संप्रदाय आचार्य पीठ सरस निकुंज में भी बसंत पंचमी महोत्सव मनाया गया. पीठाचार्य अलबेली माधुरी शरण महाराज के सानिध्य में बसंत महोत्सव के अंतर्गत निकुंज परिसर में विविध कार्यक्रम हुए. जहां सरस परिकर के प्रवक्ता प्रवीण बड़े भैया ने बताया कि, आचार्य पीठ का विधिवत पूजन कर ठाकुरजी को फाग का निमंत्रण दिया गया. इसके अलावा ब्रह्मपुरी स्थित गायत्री शक्तिपीठ में पंचकुंडीय गायत्री महायज्ञ के साथ विद्यारंभ सहित कई संस्कार हुए.