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बसंत पंचमी पर गोविंददेवजी में पाटोत्सव, झांकियों का बदला समय - Worship of maa saraswati

माघ शुक्ल पंचमी को आज बसंत पंचमी का पर्व है. छोटी कांशी के मंदिरों और घरों में मां सरस्वती की पूजा कर श्रद्धालु विद्या-बुद्धि के लिए प्रार्थना की जा रही है. वही स्कूलों और संस्थानों में भी मां सरस्वती की पूजा की गई.

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झांकियों का बदला समय
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Published : Feb 16, 2021, 1:52 PM IST

जयपुर. आराध्य देव गोविंददेव जी मंदिर में श्रृंगार झांकी के बाद महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सानिध्य में मां भगवती सरस्वती देवी का जगमोहन में पूजन किया गया. ठाकुर जी मंदिर के प्रवक्ता मानस गोस्वामी ने बताया कि, बसंत पंचमी को मंदिर का पाटोत्सव मनाया गया, जिसके साथ ही सुबह की मंगला, धूप, श्रृंगार और राजभोग झांकी के समय में भी परिवर्तन किया गया है. हालांकि, संध्याकालीन झांकियां निर्धारित समय पर होगी. ऐसे में भक्त अब परिवर्तित समय में विभिन्न झांकियों के दर्शन कर सकेंगे. वहीं मंदिर में कोविड गाइडलाइन के तहत ही फिलहाल दर्शन होंगे.

झांकियों का बदला समय

ऐसे में अब मंगला झांकी परिवर्तित होकर अलसुबह 4 से 4.15 बजे तक होगी और उसके बाद 4.45 बजे से 5 बजे तक ठाकुरजी का अभिषेक व तिथि पूजन हुआ. साथ ही भक्तों को अभिषेक पंचामृत मंदिर के निकास द्वार से वितरित किया किया. वही धूप झांकी सुबह 8 से 9.15 बजे तक होगी और धूप झांकी खुलने से पहले अधिवास पूजा होगी.

यह भी पढ़ें: बसंत पंचमी पर बन रहे खास योग, अबूझ मुहूर्त में होंगी शादियां... कोरोना को लेकर भी भविष्यवाणी

शहर के सुभाष चौक स्थित शुक्र संप्रदाय आचार्य पीठ सरस निकुंज में भी बसंत पंचमी महोत्सव मनाया गया. पीठाचार्य अलबेली माधुरी शरण महाराज के सानिध्य में बसंत महोत्सव के अंतर्गत निकुंज परिसर में विविध कार्यक्रम हुए. जहां सरस परिकर के प्रवक्ता प्रवीण बड़े भैया ने बताया कि, आचार्य पीठ का विधिवत पूजन कर ठाकुरजी को फाग का निमंत्रण दिया गया. इसके अलावा ब्रह्मपुरी स्थित गायत्री शक्तिपीठ में पंचकुंडीय गायत्री महायज्ञ के साथ विद्यारंभ सहित कई संस्कार हुए.

जयपुर. आराध्य देव गोविंददेव जी मंदिर में श्रृंगार झांकी के बाद महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सानिध्य में मां भगवती सरस्वती देवी का जगमोहन में पूजन किया गया. ठाकुर जी मंदिर के प्रवक्ता मानस गोस्वामी ने बताया कि, बसंत पंचमी को मंदिर का पाटोत्सव मनाया गया, जिसके साथ ही सुबह की मंगला, धूप, श्रृंगार और राजभोग झांकी के समय में भी परिवर्तन किया गया है. हालांकि, संध्याकालीन झांकियां निर्धारित समय पर होगी. ऐसे में भक्त अब परिवर्तित समय में विभिन्न झांकियों के दर्शन कर सकेंगे. वहीं मंदिर में कोविड गाइडलाइन के तहत ही फिलहाल दर्शन होंगे.

झांकियों का बदला समय

ऐसे में अब मंगला झांकी परिवर्तित होकर अलसुबह 4 से 4.15 बजे तक होगी और उसके बाद 4.45 बजे से 5 बजे तक ठाकुरजी का अभिषेक व तिथि पूजन हुआ. साथ ही भक्तों को अभिषेक पंचामृत मंदिर के निकास द्वार से वितरित किया किया. वही धूप झांकी सुबह 8 से 9.15 बजे तक होगी और धूप झांकी खुलने से पहले अधिवास पूजा होगी.

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शहर के सुभाष चौक स्थित शुक्र संप्रदाय आचार्य पीठ सरस निकुंज में भी बसंत पंचमी महोत्सव मनाया गया. पीठाचार्य अलबेली माधुरी शरण महाराज के सानिध्य में बसंत महोत्सव के अंतर्गत निकुंज परिसर में विविध कार्यक्रम हुए. जहां सरस परिकर के प्रवक्ता प्रवीण बड़े भैया ने बताया कि, आचार्य पीठ का विधिवत पूजन कर ठाकुरजी को फाग का निमंत्रण दिया गया. इसके अलावा ब्रह्मपुरी स्थित गायत्री शक्तिपीठ में पंचकुंडीय गायत्री महायज्ञ के साथ विद्यारंभ सहित कई संस्कार हुए.

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