जयपुर. प्रदेश भाजपा में इन दिनों संगठनात्मक चुनाव चल रहा है. लेकिन प्रदेश की राजधानी जयपुर शहर में ही बीजेपी सही तरीके से संगठनात्मक चुनाव करवाने में नाकाम साबित हुई है. यह स्थिति तो तब है जब जयपुर में ही पार्टी का प्रदेश मुख्यालय है और यहां पार्टी प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश संगठन महामंत्री सहित कई आला नेता रहते हैं. जयपुर शहर में भाजपा अब तक ना तो मंडल अध्यक्षों की घोषणा कर पाई और ना ही अभी तक शहर अध्यक्ष का चुनाव हो पाया है.
कारण यही माना जा रहा है कि अधिकतर मंडलों में यह अपने मनमर्जी के अध्यक्ष चाहते हैं जिसके चलते पार्टी 40 वर्ष की उम्र तक के मंडल अध्यक्ष बनाने की मंशा भी जयपुर में पूरी नहीं कर पा रही है. विधायकों की मर्जी से जिन कार्यकर्ताओं ने मंडल अध्यक्ष के लिए नामांकन भरे थे उनमें अधिकतर 40 वर्ष से अधिक उम्र के थे. खुद जयपुर के चुनाव अधिकारी गुलाबचंद कटारिया मानते हैं कि जब पार्टी में नया खून आगे आएगा तभी पार्टी और आगे बढ़ पाएगी. लेकिन जयपुर से जुड़े सवाल का जवाब उनके पास भी नहीं है.
पूनिया की नजर में सही चल रहा संगठनात्मक चुनाव
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया भी जयपुर में ही निवास करते हैं लेकिन जयपुर शहर के संगठनात्मक चुनाव समय पर करवा पाने में उनकी कोई पहल भी अब तक सामने नहीं आई. तय समय पर जयपुर शहर में मंडल अध्यक्ष घोषित नहीं हुए और उसके चलते शहर के चुनाव प्रक्रिया भी शुरू नहीं हुई. लेकिन पूनिया मौजूदा संगठनात्मक चुनाव और उसकी प्रक्रिया से पूरी तरह संतुष्ट नजर आ रहे हैं.
संगठन महामंत्री चंद्रशेखर की मॉनिटरिंग नहीं आई काम
प्रदेश में भाजपा संगठन मजबूत हो इसकी एक बड़ी जिम्मेदारी संगठन महामंत्री चंद्रशेखर की भी है. पार्टी कार्यकर्ताओं को चंद्रशेखर से काफी उम्मीदें भी हैं लेकिन संगठन चुनाव में आ रही इन समस्याओं को दूर करने में वह भी अब तक सफल नहीं हो पाए. जयपुर शहर इसका ताजा उदाहरण है.