जयपुर. लंबे समय से शहीद स्मारक पर नियमितीकरण की मांग (Para Teachers Regularization Row) को लेकर प्रदर्शन कर रहे पैराटीचर्स का प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार देर शाम को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिला (Para Teachers Meet CM Gehlot). मुलाकात के बाद सीएम गहलोत ने पैराटीचर्स संयुक्त मोर्चा के संरक्षक शमशेर भालू खान का अनशन समाप्त करवाया. शमशेर भालू खान ने बताया कि मुख्यमंत्री ने नियमितीकरण की मांग मानने का आश्वासन दिया है हालांकि उन्होंने समय का खुलासा नहीं किया है.
प्रतिनिधिमंडल ने शमशेर भालू खान के नेतृत्व में मुख्यमंत्री से मुलाकात (Para Teachers Meet CM Gehlot) की. इस दौरान विधायक रफीक खान, अमीन कागजी और वाजिब अली भी मौजूद रहे. सीएम गहलोत ने नव वर्ष की पूर्व संध्या पर शमशेर भालू खान का अनशन समाप्त करवाया.
गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार इन सभी की समस्याओं का नियमानुसार निस्तारण करने के लिए प्रतिबद्ध है. मैं अन्य सभी प्रदर्शनकारियों से अपील करना चाहूंगा कि आप अपना प्रदर्शन समाप्त करें. आपकी मांगों पर सभी युवाओं के भविष्य को मद्देनजर रखते हुए उचित फैसला लिया जाएगा.
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गहलोत ने कहा कि हमारी सरकार अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार देने के लिए कृत संकल्प है. दूसरी ओर शमशेर भालू खान ने कहा- सीएम ने नियमितीकरण की मांग मान ली है लेकिन अभी समय नहीं बताया कि वे मदरसा पैरा टीचर्स राजीव गांधी पैरा टीचर्स और शिक्षाकर्मियों को कब तक नियमित करेंगे. शमशेर भालू खान ने कहा कि नए साल के पहले दिन शनिवार को सुबह वह अपना धरना प्रदर्शन भी समाप्त कर देंगे.
15 वार्ता बेनतीजा
पैराटीचर्स के संयुक्त मोर्चा की ओर से लंबे समय से नियमितीकरण (Para Teachers Regularization Row) की मांग को लेकर आंदोलन किया जा रहा है. शहीद स्मारक पर आंदोलन करते हुए इन्हें 78 दिन हो चुके हैं और मोर्चा के संरक्षक शमशेर भालू खान 72 दिन से आमरण अनशन पर बैठे थे. शमशेर की सरकार से 15 वार्ता हो चुकी थीं लेकिन सभी वार्ताएं पूरी तरह से बेनतीजा रहीं. शमशेर का आरोप था कि अब तक जितनी भी वार्ता सरकार से हुई है, उसमें अधिकारियों की ओर से ही रोड़ा अटकाया गया. सरकारी अधिकारी ही सरकार पर भारी पड़े. सरकारी अधिकारी खुद ही नहीं चाहते कि लोगों का काम हो और सरकार का यश बढ़े.