जयपुर. कोरोना महामारी के बीच संक्रमित मरीजों के लिए ऑक्सीजन थेरेपी संजीवनी का काम कर रही है. इसी के चलते बीते कुछ समय से प्रदेश में ऑक्सीजन की खपत एकाएक बढ़ गई है. प्रदेश में बड़ी संख्या में ऑक्सीजन प्लांट ऑक्सीजन का उत्पादन कर रहे हैं. लेकिन कोविड-19 संक्रमित मरीजों को दी जाने वाली ऑक्सीजन थेरेपी के कारण इसकी मांग में एकाएक बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
चिकित्सा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राजस्थान में करीब 32 ऐसी यूनिट है, जो ऑक्सीजन का उत्पादन कर रही है. इसमें लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन और एयर सप्रेशन ऑक्सीजन का उत्पादन राजस्थान में किया जा रहा है. इसके अलावा मेडिकल कॉलेज से संबद्ध कुछ अस्पतालों में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट भी लगे हुए हैं. जहां सेंट्रलाइज सिस्टम द्वारा ऑक्सीजन मरीजों तक पहुंचाई जाती है.
एसएमएस अस्पताल में हुई थी परेशानी
प्रदेश के सबसे बड़े सवाई मानसिंह अस्पताल में हाल ही में ऑक्सीजन की किल्लत देखने को मिली थी. हालात यहां तक पहुंच गए थे कि मरीजों को उपलब्धता के आधार पर ही ऑक्सीजन मुहैया करवाई जा रही थी. हालांकि, इसके बाद अस्पताल में एक बार फिर से ऑक्सीजन की आपूर्ति सुचारू रूप से शुरू हो गई है. साथ ही अस्पताल में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट ने एक बार फिर से ऑक्सीजन तैयार करना शुरू कर दी है. वहीं, करीब 170 से 180 सिलेंडर की आपूर्ति हर दिन अस्पताल में शुरू हो गई है.
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90 से 95 प्रतिशत खपत
प्रदेश में करीब 32 ऐसे ऑक्सीजन प्लांट है, जहां से हर दिन बड़ी संख्या में ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा रहा है. आंकड़ों की बात करें तो लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की 12 यूनिट 100 से अधिक सिलेंडर ऑक्सीजन के उत्पादित कर रही है. वहीं, 20 एयर सप्रेशन यूनिट करीब 100 सिलेंडर ऑक्सीजन के उत्पादित कर रही है. इसके अलावा मेडिकल कॉलेज अटैच अस्पतालों में ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट द्वारा भी ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा रहा है. जहां करीब 150 से 200 सिलेंडर ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा रहा है.
अन्य राज्यों से भी होती है आपूर्ति
चिकित्सा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य में ऑक्सीजन उत्पादित करने वाले कुछ यूनिट पड़ोसी राज्य से भी ऑक्सीजन के सिलेंडर मंगवा रही है. इसमें गुजरात से सबसे अधिक ऑक्सीजन सिलेंडर मंगवाए जा रहे हैं. क्योंकि, अस्पतालों के अलावा ऑक्सीजन की खपत इंडस्ट्री में भी हो रही है.
डेडीकेटेड कोविड-19 सेंटर पर खपत अधिक
प्रदेश में अलग-अलग जिलों के अंदर डेडीकेटेड कोविड-19 सेंटर तैयार किए गए हैं. जहां कोविड-19 संक्रमित मरीजों का इलाज किया जा रहा है और इन मरीजों के लिए ऑक्सीजन थेरेपी एक संजीवनी का काम करती है. ऐसे में सरकार ऑक्सीजन की एक बड़ी खेप इन डेडीकेटेड कोविड-19 सेंटर पर भेज रही है.