जयपुर. राजधानी के मुस्लिम मुसाफिरखाना में एक अहम बैठक शुक्रवार रात को आयोजित हुई. बैठक में मुस्लिम संस्थाओं के पदाधिकारियों ने भाग लिया. इस बैठक में यह फैसला लिया गया कि शनिवार को सुबह 10 बजे राजधानी जयपुर में मुस्लिम मुसाफिरखाना से दिल्ली रोड स्थित होटल तक पैदल मार्च निकाला जाएगा. इस होटल में कांग्रेस पार्षदों को बाड़ाबंदी में रखा गया है.
बैठक में मुस्लिम वोटरों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाते हुए प्रदेश के मुखिया अशोक गहलोत को भी आड़े हाथ लिया गया. इस बैठक में शामिल तमाम लोगों ने एक सुर में कहा कि अगर मेयर मुस्लिम नहीं बनाया जाता तो कांग्रेस को इस बात का खामियाजा भुगतना पड़ सकता है. यहां पर मौजूद लोगों का कहना था कि कोटा, जयपुर और जोधपुर जैसे इलाकों में मुसलमान हमेशा ही कांग्रेस को साथ देता हुआ नजर आया है. लेकिन जिस तरह से कांग्रेस मुस्लिमों को नजरअंदाज करती जा रही है. मुसलमानों को वह किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं है इसलिए बड़ा प्रदर्शन जल्दी किया जाएगा.
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हज वेलफेयर सोसाइटी के जनरल सेक्रेटरी हाजी निजामुद्दीन ने कहा कि सरकार ने मुस्लिम समाज से मेयर नहीं बना कर उनके साथ विश्वासघात किया है. उन्होंने कहा कुकस स्थित होटल पर प्रदर्शन किया जाएगा और उसके बाद 3:00 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाएगी.बैठक में जमात-ए-इस्लामी हिंद, तहरीक उलेमा हिन्द, राजस्थान हज वेलफेयर सोसाइटी, पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया, मिल्ली कौंसिल, मुस्लिम मुसाफिर खाना कमेटी और मुस्लिम स्कूल कमेटी सहित अन्य संस्थाओं के पदाधिकारी मौजूद रहे.
बता दें कि जयपुर शहर के नगर निगम हेरिटेज और ग्रेटर में नगर निगम के चुनाव परिणाम आ गए हैं और इन चुनावों में नगर निगम हेरिटेज में कांग्रेस से काफी संख्या में अल्पसंख्यक समुदाय के पार्षद भी जीते हैं. इसे लेकर अल्पसंख्यक समुदाय ने मांग की थी कि यहां मेयर आल्पसंख्यक समुदाय से ही मेयर बनाया जाए. लेकिन कांग्रेस ने ऐसा नहीं किया.