जयपुर. बच्चों को भारतीय संस्कृति से रूबरू करवाने के उद्देश्य से राजधानी जयपुर में 27 दिवसीय नि:शुल्क शिविर आयोजित किया गया (free camp to introduce children to Indian culture). जयपुर में ब्रह्मपुरी के सीताराम बाजार स्थित निजी विद्यालय में वेद स्वाध्याय पीठ की ओर से वेद ज्योतिष संस्कार और संस्कृति की रक्षार्थ शिविर आयोजित किया गया. आचार्य योगेश पारीक और विप्र सेना युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव महेश कुमार शर्मा के नेतृत्व में यह शिविर हो रहा है.
वेद स्वाध्याय पीठ और विप्र सेना युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव महेश कुमार शर्मा ने बताया कि 27 दिन के लिए शिविर लगाया गया है. जिसमें 27 अलग-अलग चैप्टर सलेक्ट किए गए. बच्चे जीवन में अनुशासन, ईमानदारी, चरण स्पर्श जैसी पुरानी संस्कृति भूलते जा रहे हैं. स्कूलों में आज की शिक्षा समय की डिमांड है. लेकिन पुराने समय में जो गुरुकुल व्यवस्था हुआ करती थी, वह खत्म होती जा रही है. पुरानी परंपरा को दोबारा शुरू करके 2 घंटे प्रतिदिन 27 दिन के लिए शिविर आयोजित किया गया है. वेद स्वाध्याय पीठ की ओर से बच्चों को नैतिक मूल्यों की जानकारी दी गई है.
शिविर में रोजाना 15 से 20 मिनट योगा भी करवाया गया है. बच्चों को वेद और ज्योतिष का ज्ञान भी दिया गया है. रोजाना समाज के प्रतिष्ठित लोगों को आमंत्रित करके बच्चों से रूबरू करवाते हैं. नो पब्जी ओनली शिवजी के तहत बच्चों मोबाइल से होने वाले दुष्प्रभाव के बारे में जानकारी दी गई है. मोबाइल से होने वाले दुष्परिणामों को खत्म करने के लिए "नो पब्जी ओनली शिवजी" का पाठ पढ़ाया गया है. बच्चों को सुबह उठकर माता-पिता के चरण स्पर्श करने और नहाने धोने के बाद शिवजी के मंदिर में जाने का ज्ञान भी दिया गया है. आचार्य योगेश पारीक ने बताया कि वेद स्वाध्याय पीठ के माध्यम से सनातन संस्कृति की रक्षा के लिए 27 दिवसीय नि:शुल्क शिविर आयोजित किया गया है. जिसमे बच्चों को सनातन संस्कृति से जुड़ा हुआ ज्ञान सिखाया गया है. सुबह जल्दी उठने और चरण स्पर्श का महत्व बताया गया है. हमारे जीवन में वनस्पति का उपयोग, शास्त्र और पुराण का महत्व भी बताया गया है.