जयपुर. डिस्कॉम में तबादलों का पावर गेम जारी है. हालांकि इस बार अधीक्षण अभियंताओं के तबादलों में जयपुर डिस्कॉम प्रबंधन विवादों में रहा जिसके चलते 25 जून देर रात किए गए 12 एसई के तबादले अगले ही दिन निरस्त करने पड़े. इन तबादलों को लेकर कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं.
दरअसल, शनिवार को जयपुर डिस्कॉम ने बैक डेट में 25 जून की तारीख में तबादलों के निरस्त करने का आदेश निकाला. आदेश संख्या 971 में जिन 12 अधीक्षण अभियंताओं का तबादला किया गया था, उन्हें आदेश संख्या 981 के तहत निकाल कर निरस्त कर दिए गए. तबादला आदेश जयपुर डिस्कॉम के एमडी नवीन अरोड़ा और सीएमडी दिनेश कुमार की अनुशंसा पर जारी हुए.
जिस स्तर के अधिकारियों का तबादला किया जा रहा है उनमें इन अधिकारियों ने ऊर्जा मंत्री की सहमति भी ली होगी, लेकिन जिस तरह से तबादला आदेश को शनिवार को निरस्त करने के लिए आदेश निकालना पड़ा वो चौंकाने वाला है. खास बात यह कि आदेश शुक्रवार को यानी 25 जून की तारीख में ही निकाला गया.
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सूत्रों के अनुसार राज्य में सियासी संकट चल रहा है और निर्दलीय और बसपा से कांग्रेस में आए विधायक सरकार के लिए महत्वपूर्ण है. तबादला सूची में इनके साथ ही कांग्रेस के विधायकों की राय नहीं ली गई. बताया जा रहा है कि इसकी शिकायत कुछ विधायकों ने ऊर्जा मंत्री डॉ बीडी कल्ला और सीएमओ तक से की थी. इसके बाद सीएमओ से जयपुर डिस्कॉम प्रबंधन को फटकार भी लगी और तबादला आदेश निरस्त करने पड़ा.
शुक्रवार देर रात हुए थे कई तबादले
शुक्रवार देर रात जो तबादले किए गए उनमें जयपुर शहर सिटी सर्किल अधीक्षण अभियंता एसके राजपूत को को प्लानिंग में, हरिओम शर्मा को जयपुर ग्रामीण सर्किल से टोंक भेजा गया. इनके अलावा विनय कुमार शर्मा को इंस्पेक्शन कार्य से हटाकर सप्लाई मैनेजमेंट का जिम्मा सौंपा गया. इसी तरह पीके गुप्ता को प्रमोशन के बाद भी कमर्शियल पद पर लगाया गया है.
अनिल कुमार (आइएण्डएस), भगवान सहाय गुप्ता (ओएण्डएम) करौली, पीके अग्रवाल (एमएण्डपी), जेएल मीणा (ओएण्डएम) दौसा, जेके मिश्रा (आईटी), वाईके एरन को एमएण्डपी का जिम्मा सौंपा गया था. अब इन सब तबादलों को बैक डेट में आदेश जारी कर निरस्त कर दिया गया है.