जयपुर. राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक नवीन जैन ने राजस्थान रोडवेज को अवैध बसों से राजस्व के भारी नुकसान के कारण जिला पुलिस-प्रशासन और क्षेत्रीय परिवहन अधिकारियों को विवरण उपलब्ध करवाकर प्रभावी कार्रवाई करने के लिए कहा है. रोडवेज के सीएमडी नवीन जैन के मुताबिक निजी बसें बिना किसी वैध अनुज्ञा पत्र के रोडवेज की बसों के आगे पीछे चलती है, जिससे राजस्व का भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. इसलिए राजस्थान रोडवेज के मुख्य प्रबंधकों से उनके क्षेत्रों में बिना अनुज्ञा पत्र के अवैध रूप से संचालित हो रही निजी बसों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए निर्देश दिए गए हैं.
निजी बसें जिनमें राजस्थान लोक परिवहन सेवा, जिन्होंने परिवहन विभाग को परमिट सरेंडर कर दिया है, वह भी शामिल है. सूचना एकत्रित कर जिला प्रशासन, पुलिस और क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को इन बसों का विवरण उपलब्ध करवाकर कार्रवाई करने के लिए कहा गया है, जिसमें मार्ग और बस का रजिस्ट्रेशन नंबर उपलब्ध करवाया जाएगा. राजस्थान रोडवेज के सीएमडी के मुताबिक राजस्थान रोडवेज द्वारा संभागीय आयुक्त अजमेर संभाग और जोधपुर संभाग से भी पुलिस और क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को परमिट का उल्लंघन कर संचालित होने वाली अवैध वाहनों के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए कहा गया था, जिस पर संभागीय आयुक्त ने प्रभावी कार्रवाई के लिए आदेश जारी किए हैं.
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राजस्थान रोडवेज की कोरोना संक्रमण काल में 3 जून से नियमित बस सेवा संचालित की जा रही है. वर्तमान में 1300 बसों से दो लाख से अधिक यात्रियों को प्रतिदिन संक्रमण मुक्त सेवाएं प्रदान की जा रही है. निजी वाहन संचालक समय सारणी का पालन करने की बजाय राजस्थान रोडवेज द्वारा संचालित की जा रही बसों के आगे-पीछे अपनी बसों का संचालन करते हैं, जिससे रोडवेज को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. साथ ही अनेक लोक परिवहन बसों द्वारा इन दिनों अनुज्ञा पत्र सरेंडर करने के बाद भी बसों का संचालन किया जा रहा है. इसलिए इन बसों की सूचना एकत्रित कर परिवहन विभाग को अवगत कराया जा रहा है. अवैध बसों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
रोडवेज सीएमडी का केंद्रीय कार्यशाला और टायर प्लांट का निरीक्षण
राजस्थान रोडवेज के प्रबंध निदेशक नवीन जैन ने जयपुर के बागराना स्थित राजस्थान रोडवेज की केंद्रीय कार्यशाला और टायर प्लांट का निरीक्षण किया है. केंद्रीय कार्यशाला में होने वाली विभिन्न कार्यों के संबंध में मुख्य उत्पादन प्रबंधक नवीन तिवारी से विस्तृत जानकारी भी ली है. रोडवेज की बसों का सुधार कर रहे मैकेनिक और पेंटर से चर्चा करते हुए प्रबंध निदेशक ने आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए हैं.
केंद्रीय कार्यशाला में स्थित कार्यालय में बहुत ज्यादा पुरानी पत्रावलिया और गंदगी देखकर उन्होंने नाराजगी जाहिर की. अविलंब 2 दिन में सफाई अभियान चलाने के आदेश दिए हैं. कर्मचारियों द्वारा कार्य को अच्छे प्रकार से करने में आ रही समस्याओं के संबंध में प्रबंध निदेशक का ध्यान आकर्षित किया गया, तो उन्होंने मौके पर ही उनकी सभी मांगों के संबंध में तुरंत संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. 31 अगस्त तक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए समय सीमा भी दी गई है. राजस्थान रोडवेज के प्रबंध निदेशक नवीन जैन ने केंद्रीय कार्यशाला में पड़े हुए स्क्रैप की नीलामी के संबंध में कार्रवाई जल्द करने की भी जानकारी प्राप्त की है.
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प्रबंध निदेशक ने टायर प्लांट में टायर रिट्रेडिंग की प्रक्रिया की जानकारी प्राप्त की और कर्मचारियों की सुरक्षा के संबंध में और अधिक सार्थक कदम उठाने की आवश्यकता भी बताई है. कर्मचारियों से अपील की है कि उनको उपलब्ध कराए जाने वाले सुरक्षा दस्ताने और मास्क का कार्य के दौरान उपयोग करना चाहिए, ताकि रिट्रेडिंग के दौरान उत्पन्न होने वाले प्रदूषण से उनके स्वास्थ्य को नुकसान ना हो. टायर प्लांट में 10 एग्जास्ट फैन और लगाने के निर्देश भी मौके पर दिए गए हैं. टायर प्लांट के महाप्रबंधक गिरिराज स्वामी ने टायर प्लांट की व्यवस्थाओं को और अधिक सुचारू रूप से चलाने के लिए और लंबे समय से खुले में पड़े टायरों की नीलामी समयबद्ध तरीके से करने के निर्देश प्रदान किए हैं.
टोंक आगार का किया निरीक्षण
राजस्थान रोडवेज के प्रबंध निदेशक नवीन जैन ने मंगलवार को टोंक आगार के बस स्टैंड का भी आकस्मिक निरीक्षण किया. नवीन जैन ने बस स्टैंड पर विभिन्न व्यवस्थाओं का जायजा लिया. थर्मल स्क्रीनिंग के लिए मुख्य प्रबंधक को एक और अतिरिक्त मशीन स्टाफ को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं, ताकि यात्रियों की स्क्रीनिंग का कार्य अधिक तेजी से पूरा किया जा सके. उन्होंने बस स्टैंड के एकदम बाहर लोक परिवहन बस सेवा के खड़े होने पर नाराजगी जाहिर की.
उन्होंने मुख्य प्रबंधक को जिला कलेक्टर और जिला प्रशासन की मदद से अवैध वाहनों द्वारा रोडवेज यात्रियों को फुसलाकर ले जाने पर रोक लगाने की आवश्यकता बताई. पूछताछ और बुकिंग काउंटर के सभी कार्यों का निरीक्षण किया गया और स्टाफ को इस संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए है. कोरोना वायरस के संबंध में सारी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद पाई गई, जिस पर प्रबंध निदेशक ने संतोष जताया है.