जयपुर. देशभर में किसान केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों का लगातार विरोध कर रहे हैं. इसके साथ ही दिल्ली में भी देश भर के किसान इन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं. दूसरी ओर जयपुर में भी एनएसयूआई ने भी इन बिलों का विरोध करना शुरू कर दिया है.
बुधवार को एनएसयूआई ने प्रदेश के सभी भाजपा सांसदों के घर के बाहर कृषि बिलों के विरोध में प्रदर्शन किया. जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा के निवास के बाहर भी एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक चौधरी के नेतृत्व में मौन प्रदर्शन किया गया. अभिषेक चौधरी ने कहा कि किसानों को लेकर देश में विकट परिस्थितियां हैं, किसान सड़कों पर आकर न्याय की गुहार लगा रहा है.
उसी अन्नदाता की आवाज को बुलंद करने के लिए एनएसयूआई ने भाजपा के सभी सांसदों के घर के बाहर प्रदर्शन किया. चौधरी ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सभी सांसदों ने किसानों का पक्ष सरकार के सामने नहीं रखा तो आने वाले समय में देश का छात्र और किसान उग्र आंदोलन करने को मजबूर होगा. अभिषेक चौधरी ने कहा कि सरकार को किसानों से वार्ता कर इस समस्या का समाधान करना चाहिए.
वर्तमान में कोरोना का संक्रमण लगातार फैल रहा है और इसके कारण जयपुर शहर में धारा 144 भी लगी हुई है. इस सब के बावजूद भी एनएसयूआई की ओर से यह प्रदर्शन किया गया है. कोरोना काल और धारा 144 के बीच इस तरह के प्रदर्शन के सवाल पर अभिषेक चौधरी ने कहा कि कोविड में इंसान को सबसे बड़ा खतरा मौत से है. साथ ही उन्होंने मोदी की तरफ इशारा करते हुए कहा कि देश में एक आदमी जिस तरह से देश की आत्मा को कुचलने का काम कर रहा है, उससे अच्छा तो मर जाना ही है.
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बता दें कि पूरे प्रदेश में 25 सांसद हैं, इनमें से नागौर से आरएलपी के सांसद हनुमान बेनीवाल पहले ही इन बिलों को लेकर अपना विरोध जता चुके हैं और यहां तक कह चुके हैं कि यदि बिलों को वापस नही लिया जाता है तो वे वह गठबंधन को लेकर भी पुनर्विचार करेंगे. इस दौरान सांसद रामचरण बोहरा अपने निवास पर नहीं थे. प्रदर्शन के दौरान छात्रसंघ अध्यक्ष पूजा वर्मा प्रवक्ता रमेश भाटी सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे.