जयपुर. राजधानी समेत अन्य इलाकों में फायरिंग की घटनाएं आम हो गई है. अपना वर्चस्व स्थापित करने की चाह में बदमाश बेखौफ होकर सड़कों पर खूनी खेल खेल रहे हैं. हथियारों के दम पर एक के बाद एक अपराधी घटना सामने आ रही है. फायरिंग की बढ़ती घटनाओं को लेकर जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की ओर से शुरू किया गया ऑपरेशन आग जारी है.
ऑपरेशन आग के जरिए पुलिस ने अवैध हथियारों की धरपकड़ तेज कर दी है. हथियारों के दम पर होने वाले अपराधों पर अंकुश लगाने का प्रयास किया जा रहा है. प्रदेश में अवैध हथियारों के दम पर हो रहे अपराधों को रोकने के लिए पुलिस मुख्यालय ने अवैध हथियारों की धरपकड़ कर हथियारों की तस्करी से जुड़े नेटवर्क को तोड़ने के निर्देश दिए है.
जयपुर पुलिस कमिश्नरेट ने भी अवैध हथियारों के खिलाफ ऑपरेशन अगेंस्ट गन यानी 'ऑपरेशन आग ' चला रखा है. ऑपरेशन आग के जरिए पुलिस ने अवैध हथियारों के तस्करी पर नकेल कस दी है. अभियान के तहत अब तक जयपुर पुलिस ने 199 अवैध हथियारों और 412 जिंदा कारतूसों को जब्त कर 217 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस इन अवैध हथियारों को लेकर इन आरोपियों के खिलाफ 157 मामले भी दर्ज किए है.
राजधानी में तेजी से बढ़ती प्रॉपर्टी की कीमतें और अवैध शराब के कारोबार के पैर पसारने के साथ ही यहां छोटी- छोटी बदमाशों की गैंग पनपने लगी है. अवैध हथियारों के चलते खुलेआम फायरिंग की वारदातों ने पुलिस महकमे को हिला कर रख दिया था. ऐसे में अपराधों की रोकथाम के लिए पुलिस ने ऑपरेशन आग के जरिए अवैध हथियारों और हथियारों की खरीद- फरोख्त से जुड़े लोगों पर शिकंजा कस दिया है.