जयपुर. दिगंबर जैन धर्मावलंबियों के दशलक्षण महापर्व के चौथे दिन वीतराग धर्म का उत्तम शौच लक्षण भक्ति भाव से मनाया गया. कोरोना महामारी के चलते दर्शनार्थियों के लिए मंदिर बंद रहे. जिसके चलते लोगों ने घरों में ही पूजा-अर्चना व महाआरती की. वहीं, गुरुवार को सुगंध दशमी पर घरों में ऑनलाइन झांकियां सजाई जाएगी.
राजस्थान जैन युवा महासभा के प्रदेश महामंत्री विनोद जैन ने बताया कि, 27 अगस्त को सुगंध दशमी और वीतराग धर्म का उत्तम सत्य लक्षण मनाया जाएगा. राजस्थान जैन युवा महासभा की ओर से गुरुवार को घर-घर झांकी सजाओ प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी. जिसमें जैन बंधु अपने घर में शिक्षाप्रद और संदेश देती झांकियां सजाएंगे. झांकियों के वीडियो को रात 9 बजे से 10 बजे के बीच ऑनलाइन सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफार्म पर दिखाया जाएगा.
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बुधवार को उत्तम शौच धर्म पर संतो, विद्वानों ने ऑनलाइन प्रवचन देते हुए कहा कि, मन के मैल को हटाना ही शौच धर्म है. मनुष्य को संतोषी होना चाहिए और उसे लोभ नहीं करना चाहिए. अपने मन के अंदर भरे हुए लोभ के मैले को बाहर निकालकर सादा जीवन जीना चाहिए. 29 अगस्त से 1 सितंबर तक कर्म निर्झर तेला और 30 से 2 सितंबर तक रत्नत्रय व्रत व तेला किया जाएगा. 3 सितंबर को षोडशकारण समापन कलश और क्षमा पर्व पड़वा ढोक मनाई जावेगी. इस दिन आपस में जैन बंधु एक दूसरे से गत वर्ष की गलतियों, त्रुटियों के लिए आपस में क्षमा याचना करेंगे.