जयपुर. प्रदेश सहित पूरे देश में कोविड 19 के कारण स्कूलों को बंद रखा गया है. स्कूलों में बच्चों की क्लास नहीं लगने के कारण स्कूल प्रबंधन की ओर से ऑनलाइन क्लास की शुरुआत की गई थी. सरकारी स्कूलों में भी ऑनलाइन क्लासेज चलाई जा रही है, जिससे कि कोविड 19 के कारण बच्चों की पढ़ाई का नुकसान नहीं हो. लेकिन उस समय मदरसों में बच्चों की तालीम के लिए ऑनलाइन क्लासेज की शुरुआत नहीं की गई थी.
वहीं जब मीडिया में इस मुद्दे को उठाया गया तो, मदरसा बोर्ड की ओर से ऑनलाइन क्लासेज चलाने को लेकर एक आदेश जारी किया गया था. आदेश को 15 दिन बीतने के बावजूद भी अभी तक प्रदेश के मदरसों में बच्चों के लिए ऑनलाइन क्लासेज की शुरुआत नहीं की गई है. खुद मदरसा पैरा टीचर्स ने इसका विरोध जताया है.
बता दें कि, प्रदेश के मदरसों में करीब 2 लाख बच्चे तालीम हासिल कर रहे हैं. लेकिन कोविड 19 के कारण मदरसों के बंद होने के कारण उनकी पढ़ाई का नुकसान हो रहा है. इसे देखते हुए ही मदरसा बोर्ड ने ऑनलाइन क्लासेज चलाने का आदेश जारी किया था.
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राजस्थान मदरसा शिक्षा सहयोगी संघ के प्रदेश अध्यक्ष सैयद मसूद अख्तर ने कहा कि, आदेश में ही कुछ खामियां हैं. आदेश में कहा गया है कि, मदरसों में कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों के लिए ऑनलाइन क्लासेज चलाई जाए. जबकि प्रदेश में अधिकतर मदरसे कक्षा 1 से 5 तक के लिए चलाए जाते हैं.
साथ ही मसूद अख्तर ने कहा कि, आदेश के बाद भी ऑनलाइन क्लासेज शुरू कराने की पूरी जिम्मेदारी मदरसा बोर्ड की होती है. लेकिन अभी तक 15 दिन होने के बावजूद भी मदरसों में ऑनलाइन क्लासेज शुरू नहीं कराई गई है. मदरसा बोर्ड को जल्द से जल्द मदरसों में ऑनलाइन क्लासेज चलानी चाहिए. उन्होंने मांग की है कि, कक्षा 1 से लेकर 8 तक के बच्चों को ऑनलाइन क्लासेज में पढ़ाया जाए.