जयपुर. जयुपर संभागीय आयुक्त डॉ. समित शर्मा ने विश्व जल दिवस के अवसर पर सोमवार को स्वच्छ और सुरक्षित जल की उपलब्धता को सुनिश्चित करने के लिए एक नई पहल का आगाज किया.
जयपुर संभाग के समस्त जिला कलेक्टर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, उपखण्ड अधिकारी, बीडीओ, जिला स्तरीय अधिकारियों आदि को निर्देश दिए है कि राजकीय कार्यालयों, विद्यालयों, अस्पतालों, आंगनबाड़ी केन्द्रों, ग्राम पंचायतों, पटवार घर आदि स्थानों पर लाभार्थियों और आगन्तुकों के लिए स्वच्छ पेजयल की उपलब्धता, राजकीय कार्यालयों और संस्थानों में वर्षा जल संरक्षण स्त्रोतों का निर्माण, पक्षियों के लिये परिन्डे एवं चूग्गा पात्रों की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए.
शर्मा ने संभागीय आयुक्त कार्यालय में भी सोमवार को प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों, अभिभावकों, पर्यावरणविदों आदि के सहयोग से आमजन के लिए पीने के पानी के लिये बनी पुरानी प्याऊ को पुनः चालु कराया और संभागीय आयुक्त कार्यालय के परिसर में परिन्डे और चूग्गा पात्र बांधे गए.
इस अवसर पर शर्मा ने कहा कि प्यासे व्यक्ति को पानी पिलाना धर्म का पुनीत कार्य है, जयपुर संभाग के सभी राजकीय संस्थानों और कार्यालयों में आने वाले सभी लाभार्थियों, आगन्तुकों और आमजन को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हो इसलिए आवश्यक है कि स्वच्छ पेयजल की स्थायी समुचित व्यवस्था की जाए.गर्मियों में परिन्डे बांधे और चूग्गा पात्र रखे.
उन्होंने कहा कि ‘जल ही जीवन है‘ इसके लिए जल संरक्षण के कार्य जन सहभागिता से किया जाना चाहिए. ‘विश्व जल दिवस‘ के अवसर पर अलवर में 1130 से अधिक राजकीय कार्यालयों और संस्थानों में आने वाले आंगन्तुकों के लिये स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था और पक्षियों के लिए परिन्डे बांधकर चूग्गा पात्रों की व्यवस्था की गई.
इसी प्रकार दौसा जिले में 469 से अधिक राजकीय कार्यालयों और संस्थानों में, जयपुर में 2789 से अधिक राजकीय कार्यालयों और संस्थानों में, झुन्झुनु में 784 से भी अधिक राजकीय कार्यालयों और संस्थानों में, सीकर 482 से भी अधिक राजकीय कार्यालयों और संस्थानों में आने वाले आंगन्तुकों के लिए स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था और पक्षियों के लिये परिन्डे बांधकर चूग्गा पात्रों की व्यवस्था की गई.
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अनेक स्कूलों कॉलेजों, पंचायत समितियों राजस्व कार्यालयों आदि स्थानों पर भामाशाह और दानदाताओं के सहयोग से वॉटर कूलर और आरओ प्लान्ट लगाये गये शेष जगह मटके रखवाकर प्याऊ की व्यवस्था शुरू की गई. इस प्रकार जयपुर संभाग के 5600 से अधिक स्थानों पर आमजन को स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता के लिए व्यवस्था की गई एवं पक्षियों के चुग्गा पात्रों की व्यवस्था सहित परिन्डे बांधे गये.