जयपुर. सहाड़ा विधानसभा सीट से भाजपा से बागी होकर निर्दलीय नामांकन दाखिल करने वाले लादूलाल पितलिया ने आज भले ही अपना नामांकन वापस ले लिया हो, लेकिन उनके नामांकन वापस लेते समय जो तस्वीर सामने आई और जिस तरह से पितलिया का पहले कथित ऑडियो सामने आया और फिर एक कथित लेटर सामने आया है, उसके बाद राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने नामांकन वापसी को भाजपा की हार का डर और बीजेपी की राजनीति में अनैतिकता की हदें पार करने का आरोप लगाया है.
डोटासरा ने कहा कि आज लादूलाल पितलिया का नामांकन जिस तरीके से वापस करवाया गया है, इससे भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा सामने दिखता है. राष्ट्रप्रेम, राष्ट्रवाद और नैतिकता की दुहाई देने वाली यह पार्टी जिस प्रकार से एक व्यक्ति को धमकाकर उसका भविष्य बर्बाद करने की धमकी देकर, उसके परिवार पर दबाव बनाकर और उसका बिजनेस खत्म करने की धमकी देकर जो नामांकन वापस लिया है यह निंदनीय है, कांग्रेस पार्टी इसकी निंदा करती है. कहीं भी किसी भी देश में किसी भी प्रदेश में इस तरीके की घटनाएं नहीं होती हैं. चुनाव लड़ना संविधान प्रदत्त अधिकार है और कोई भी व्यक्ति चुनाव लड़ सकता है, लेकिन अब उनका नामांकन उठवा कर जबरदस्ती भाजपा वोट लेना चाहती है, लेकिन उन्हें समझना होगा कि इस प्रकार की गुंडागर्दी और दबाव बनाने से और अनैतिक आचरण करने से लोग वोट नहीं देते हैं. इस घटना से भाजपा का चेहरा सामने आ चुका है.
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डोटासरा ने कहा कि उपचुनाव में तीनों सीटों पर कांग्रेस की जीत होगी. भाजपा अभी भी अनैतिक रूप से गिरने के बावजूद भी सहाड़ा में चुनाव नहीं जीत सकेगी. डोटासरा ने कहा कि अमित शाह और मोदी साम, दाम, दंड, भेद हर तरीके का इस्तेमाल कर चुनाव जीतना चाहती है. उन्होंने पश्चिम बंगाल चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा ने पश्चिम बंगाल में जिस तरीके से तृणमूल कांग्रेस को तोड़ा, सीआरपीएस लगाई और एक मुख्यमंत्री होने के बावजूद ममता बनर्जी के साथ जिस तरीके से धक्का-मुक्की की गई, इन घटनाओं से साफ है कि आज पूरे देश में लोकतंत्र खतरे में है.
उन्होंने कहा कि ऐसे लोग केंद्र की सत्ता में बैठे हैं, जो केवल और केवल शासन करने की मंशा से बैठे हैं, ना कि देश के लोगों की सेवा करने के लिए. केंद्र की भाजपा सरकार को ना महंगाई की चिंता है ना संवैधानिक मूल्यों की चिंता है और ना ही भारतीय संविधान की, जो बाबा साहेब अंबेडकर ने दिया था. भाजपा को केवल धन बल के आधार पर और हिटलर शाही से शासन करना चाहते हैं और डरा धमकाकर ईडी, सीबीआई और संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर अपना स्वार्थ साधना चाहते हैं, लेकिन देश की जनता उनकी हकीकत को जान चुकी है और आने वाले समय में इनका सूपड़ा साफ होगा. भाजपा की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है और देश में ना पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम, केरल में इनकी सरकार बनने वाली है और ना ही राजस्थान में तीन उपचुनाव में यह जीतने वाले हैं. ईवीएम मशीन को लेकर जिस तरीके से पश्चिम बंगाल में बातें सामने आ रही हैं, उससे लगता है कि भाजपा येन केन प्रकारेण चुनाव जीतना चाहती है.