जयपुर. सचिवालय में बापू की प्रतिमा सियासत का मंच बनती जा रही है. पहले एसी-एसटी के कर्मचारियों ने बापू की प्रतिमा के पास धरना दिया तो, अब अधिकारी संघ ने भी पद बढ़ाने सहित अन्य मांगों को लेकर यहां धरना (Officers union protest under Mahatma Gandhi statue ) शुरू कर दिया. अधिकारी संघ ने बजट में मांग पूरी नही होने के बाद नाराजगी जताई है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बजट से जहां कर्मचारी और अधिकारी वर्ग ओल्ड पेंशन और वेतन कटौती जैसे फैसले वापस लेने के बाद खुश है. सचिवालय अधिकारी संघ ने गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. सचिवालय में वरिष्ठ अधिकारियों के पद और पदोन्नति के अवसर बढ़ाने सहित कई मांगों को लेकर लंबे समय से सरकार को ज्ञापन देते आ रहे हैं. अधिकारियों की बजट में मांग पूरी नहीं होने पर अब सचिवालय अधिकारी संघ ने सरकार के खिलाफ नाराजगी जताई है.
अधिकारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष मेघराज पवार सचिवालय स्थित बापू की प्रतिमा के पास धरने पर बैठ गए हैं. अध्यक्ष मेघराज पवार ने कहा कि सचिवालय के कर्मचारी सुबह से देर रात तक सरकार के कामकाज को और सरकारी योजनाओं को धरातल पर पहुंचाने के लिए काम करते हैं. इन कर्मचारी और अधिकारियों को उम्मीद थी कि सरकार बजट में मांगों को पूरा करेगी लेकिन सचिवालय कर्मचारी अधिकारियों को इस बजट से निराशा हाथ लगी है. उनकी मांग थी कि शासन सचिवालय में उप सचिव के पदों में वृद्धि की जाए.
इसके साथ ही सहायक पदों की संख्या भी बढ़ाई जाए. इसके अलावा आधा दर्जन मांगें सचिवालय कर्मचारी अधिकारियों की ओर भी सरकार से की गई थी, लेकिन इस बजट में उन मांगों को पूरा नहीं किया जिससे उन्हें काफी निराशा हुई. सरकार ने सचिवालय अधिकारियों और कर्मचारियों की ओर बिल्कुल ध्यान नहीं दिया है. अब मजबूरन कर्मचारियों को महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष धरना देना पड़ रहा है. पवार ने कहा कि सरकार जब तक सचिवालय कर्मचारी व अधिकारियों की मांगों को पूरा नहीं करेगी, तब तक यह धरना ऐसे ही जारी रहेगा.
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हो सकती है करवाई
दरअसल पिछले दिनों आरक्षित वर्ग के कर्मचारियों ने बापू की प्रतिमा के समक्ष धरना दिया था. उस वक्त कार्मिक विभाग ने सचिवालय में बिना किसी कार्य के सचिवालय में रुकने को सुरक्षा की दृष्टि से खतरा माना था. इसके चलते करीब 5 कर्मचारियों को निलंबित भी किया गया था. ऐसे में अब अधिकारी संघ की तरफ से दिए गए धरने के बाद यह माना जा रहा है कि अगर यह धरना रात को भी जारी रहता है तो सरकार इसको लेकर सख्त कदम उठा सकती है.
अध्यक्ष माने जाते हैं सीएम गहलोत के करीबी
अधिकारी संघ के अध्यक्ष मेघराज पवार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भी नजदीकी माने जाते हैं. सचिवालय के अधिकारी इस बात को लेकर कई बार कहते रहे हैं कि मेघराज पवार को अध्यक्ष इसी उम्मीद के साथ बनाया गया था कि वह सीएम गहलोत से नज़दीकियों का फायदा सचिवालय के कर्मचारी और अधिकारी को दिलाएं. यही वजह है कि मेघराज पवार के ऊपर इस बात का दबाव ज्यादा है कि जिस उम्मीद के साथ सचिवालय के अधिकारियों ने उनको अध्यक्ष बनाया. अब वो उन मांगों को लेकर सरकार के ऊपर दबाव बनाएं. अधिकारी संघ की प्रमुख मांग उपसचिव के पदों में वृद्धि कराने की रही है जो पिछले लंबे समय से चली आ रही है.