जयपुर. राजस्थान एसीबी की ओर से अजमेर रेवेन्यू बोर्ड में भ्रष्टाचार फैलाने वाले दोनों आरएएस अधिकारियों और दलाल को गिरफ्तार करने के बाद रविवार को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया. जहां से तीनों आरोपियों को 2 दिन की रिमांड पर एसीबी को सौंपा गया है. जहां तीनों आरोपियों से एसीबी मुख्यालय में लगातार पूछताछ की जा रही है और अलग-अलग चरणों में एसीबी टीम के अलग-अलग अधिकारियों द्वारा पूछताछ का दौर जारी है.
इस पूरे प्रकरण में अजमेर रेवेन्यू बोर्ड के कुछ अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत भी सामने आई है. जिन की भूमिका के संबंध में एसीबी टीम की ओर से जांच की जा रही है. अजमेर रेवेन्यू बोर्ड में भ्रष्टाचार फैलाने वाले आरएएस अधिकारी बीएल मेहरड़ा और सुनील शर्मा के साथ ही दोनों के लिए दलाल का काम करने वाले वकील शशिकांत को एसीबी टीम की ओर से रविवार दोपहर बाद निर्माण नगर स्थित मजिस्ट्रेट राजेंद्र सोनी के आवास पर पेश किया गया.
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इसके अलावा एसीबी टीम की तरफ से मजिस्ट्रेट से आरोपियों की 3 दिन की रिमांड मांगी गई. जिसपर मजिस्ट्रेट की ओर से आरोपियों को 2 दिन की रिमांड पर एसीबी को सौंपने के आदेश दिए गए. अब एसीबी की टीम तीनों आरोपियों को 13 अप्रैल को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करेगी.
वहीं इस पूरे प्रकरण में एसीबी डीजी बीएल सोनी और एडीजी दिनेश एमएन के सुपर विजन में एसीबी टीम की ओर से आगामी कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है. जल्द ही प्रकरण में कुछ और बड़े खुलासे होने की संभावना है.