जयपुर. कोरोना के कारण देश में बेरोजगारों की बड़ी फौज खड़ी हो गई है. कोरोना ने लोगों की आर्थिक गतिविधियों को प्रभावित किया है. कई ऐसे सेक्टर हैं, जो लॉकडाउन के बाद भी अब तक खड़े नहीं हो पाए हैं. यही नहीं स्कूल कॉलेज बंद होने के कारण प्राइवेट स्कूल टीचर भी बेरोजगार हो गए हैं. जबकि बड़ी संख्या में मजदूरों ने भी पलायन किया है. जो फिलहाल अपने गृह राज्य में रोजगार की तलाश कर रहे. ऐसे बेरोजगारों के लिए रोजगार सृजन करने की मांग को लेकर विश्व डाक दिवस के मौके पर एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने पीएम मोदी के नाम पत्र लिखें. इस दौरान प्रदेश भर से 1 लाख एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने पीएम को पत्र लिखा है.
जयपुर के शहीद स्मारक पर एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने अपनी व्यथा पत्र पर लिख पोस्ट की. इस संबंध में प्रदेशाध्यक्ष अभिषेक ने बताया कि एनएसयूआई ने विश्व डाक दिवस के उपलक्ष्य पर पोस्टकार्ड अभियान पूरे प्रदेश में चलाया है. संगठन के कार्यकर्ता, प्रदेश के युवा और छात्र बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. एक लाख पोस्टकार्ड प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी निवास के एड्रेस पर पोस्ट किए जाएंगे. जिसमें वर्तमान परिस्थितियों में बढ़ती बेरोजगारी की व्यथा की तरफ पीएम का ध्यान आकर्षित कराने की कोशिश की जाएगी.
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उन्होंने कहा कि पीएम का ध्यान युवाओं पर नहीं बल्कि पूंजी पतियों पर है. उनकी नीतियों से अमीर और अमीर गरीब और गरीब होता जा रहा है. अमीर और गरीब के बीच खाई लगातार बढ़ती जा रही है. देश दो भागों में बंट रहा है. एनएसयूआई कार्यकर्ताओं के अनुसार देश का छात्र खुद को पीड़ित महसूस कर रहा है. देश का किसान खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहा है. इन्हीं मुद्दों को पत्र के माध्यम से पीएम मोदी तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है.