जयपुर. गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर सोमवार को एनएसयूआई की ओर से तिरंगा यात्रा निकाली गई. इस दौरान एनएसयूआई के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने राजस्थान विश्वविद्यालय से अमर जवान ज्योति स्मारक तक तिरंगे के साथ पैदल मार्च निकाला और किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए कृषि कानून वापस लेने की मांग की.
तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने तिरंगा यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस मौके पर उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार से हठधर्मिता छोड़ने की मांग की और कहा कि पीएम मोदी को तीनों कृषि कानून वापस लेकर किसानों को गणतंत्र दिवस की सौगात देनी चाहिए. एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष अभिषेक चौधरी ने भी किसान आंदोलन को समर्थन देने की बात कही और केंद्र सरकार से कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की.
इस मौके पर तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि, ये तिरंगा यात्रा आंदोलनकारी किसानों के समर्थन में निकाली जा रही है. देश का किसान 60 दिन से आंदोलन कर रहा है. जिसमें करीब 80 किसानों की जान जा चुकी है. फिर भी हमारे प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है.
इतनी असंवेदनशीलता के साथ काम किया जा रहा है. अब तक कि वार्ताओं में कोई हल नहीं निकला है. किसान की ताकत को अभी तक भारत सरकार जान नहीं पाई है. केंद्र की भाजपा सरकार से उन्होंने अनुरोध किया कि कृषि कानून वापस लेकर किसानों को गणतंत्र दिवस की सौगात दी जाए.
उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री को बड़प्पन दिखाते हुए आज ही कृषि कानून वापस लेने की घोषणा करनी चाहिए और आंदोलनकारी किसानों पर कोई कार्रवाई नहीं करने की भी घोषणा करनी चाहिए. इस मौके पर एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष अभिषेक चौधरी ने कहा कि वर्तमान में केंद्र सरकार ने कई मौकों पर संविधान की अवहेलना की है. लोकतंत्र को वे नीचा दिखाने का प्रयास कर रहे हैं. युवा और किसान अपनी अपनी मांगों को लेकर सड़क पर हैं, लेकिन उन्हें नजरअंदाज किया जा रहा है. युवाओं और किसानों के सम्मान में यह तिरंगा यात्रा निकाली जा रही है.
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राजस्थान विश्वविद्यालय से शुरू हुई तिरंगा यात्रा में एनएसयूआई के पदाधिकारी और कार्यकर्ता 100 मीटर के तिरंगे के साथ मोतीडूंगरी रोड और रामबाग सर्किल होते हुए अमर जवान ज्योति पहुंचे. जहां तिरंगा यात्रा का समापन हुआ.