जयपुर. राजस्थान यूनिवर्सिटी में शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन बेरोजगारी दिवस के रूप में मनाया गया. एनएसयूआई की ओर से मनाए गए इस बेरोजगारी दिवस के के दौरान एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने पकोड़े तले, तो किसी ने चाय बेची. यही नहीं पताशी चाट बेचने के साथ-साथ बूट पॉलिश करते हुए अनोखा विरोध प्रदर्शन (NSUI protest against unemployment ) किया.
यूनिवर्सिटी के मुख्य द्वार पर शनिवार को कई स्टॉल सजी. कहीं जूतों के डॉक्टर बैठे थे, तो कहीं एमबीए बेरोजगार चायवाला बैठा था. वहीं इंजीनियर स्पेशल पकौड़ी और वकील बेरोजगार पताशी वाले की भी स्टॉल सजी थी. मौका था प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन का जो एनएसयूआई ने बेरोजगारी दिवस के रुप में मनाया. एनएसयूआई ने प्रदेश के विभिन्न महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों के बाहर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम कर राष्ट्रीय बेरोजगारी दिवस के रूप में मनाया.
पढ़ें: जीतू पटवारी बोले, आदिकाल में जैसे खरीदे बेचे जाते थे गुलाम, मोदी राज में खरीदे जा रहे विधायक
जयपुर में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय प्रवक्ता रमेश भाटी के नेतृत्व में राजस्थान विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर पकौड़ी, पतासी चाट, चाय के स्टॉल और जूते पॉलिश कर प्रदर्शन किया. इस दौरान एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने जेएलएन मार्ग पर आने-जाने वाले आम लोगों के जूते पॉलिश किए. वहीं कुछ कार्यकर्ताओं ने मुफ्त चाय, पकौड़ी और पतासी चाट खिलाकर अपना विरोध दर्ज करवाया. एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रवक्ता रमेश भाटी ने बताया कि आज जहां प्रधानमंत्री अपना जन्म दिवस मना रहे हैं. वहीं देश का पढ़ा-लिखा युवा इसे राष्ट्रीय बेरोजगारी दिवस के रूप में मना रहा है.
पढ़ें: बेरोजगारी को लेकर उपेन यादव का खुला एलान, गुजरात में करेंगे कांग्रेस नेता की खिलाफत
भाटी ने कहा कि जब से नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने हैं, तब से पढ़ा-लिखा युवा सरकारी नौकरियां की जगह पकौड़ी चाट का ठेला लगाने को मजबूर है. क्योंकि उन्हें डिग्रियां पाने और उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद भी अपनी योग्यता अनुरूप नौकरियां नहीं मिल पा रही हैं. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार लगातार सरकारी नौकरियों को खत्म करती जा रही है. राष्ट्रीय संस्थाओं का निजीकरण कर रही है जिससे पढ़ा लिखा हुआ बेरोजगार होता जा रहा है.
पढ़ें: सीएम गहलोत बोले- रेप और अपराध की वजह बढ़ती बेरोजगारी, तर्क से समझाया कैसे केन्द्र है जिम्मेदार
इस दौरान इकाई अध्यक्ष अमरदीप परिहार, अध्यक्ष प्रत्याशी रितु बराला, छात्रसंघ सचिव धरा कुमावत भी मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है. आज देश में युवा रोजगार के लिए दर-दर भटक रहा है. ऐसे में आज पढ़े-लिखे बेरोजगारों ने यूनिवर्सिटी के बाहर बैठे रोजगार की भीख मांगी है. ताकि प्रधानमंत्री के कानों तक हमारी आवाज पहुंचे और युवाओं को रोजगार मिल सके.