जयपुर. गहलोत सरकार ने विधानसभा सत्र बुलाने को लेकर तीसरी बार प्रस्ताव राज्यपाल को भेजा, उसे भी राज्यपाल ने वापस लौटा दिया है. इस तरह विधानसभा सत्र बुलाने को लेकर पिछले कई दिनों से चल रहा गतिरोध अभी भी बरकरार है.
सरकार के कहने के बावजूद सत्र नहीं बुलाने से नाराज होकर एनएसयूआई ने भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर प्रदर्शन का निर्णय लिया. एनएसयूआई के कार्यकर्ता रैली के रूप में भाजपा प्रदेश कार्यालय पहुंचे. यहां भाजपा पर लोकतंत्र और संविधान की हत्या का आरोप लगाया और जमकर नारेबाजी की.
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एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं को नारेबाजी करते देख भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ता भी प्रदेश मुख्यालय के बाहर निकले और उनके सामने नारेबाजी करने लगे. इस तरह से दोनों ही युवा संगठनों के कार्यकर्ता एक-दूसरे के आमने-सामने हो गए. इस दौरान एहतियातन के तौर पर भारी पुलिस जाब्ता भी तैनात रहा.
एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष हुसैन सुल्तानिया ने कहा कि भाजपा युवा मोर्चा के सदस्य भी हमारे ही साथी हैं, हम उनसे लड़ने झगड़ने के लिए नहीं आए हैं. हम यह संविधान की कॉपी देने आए हैं और अपने नेताओं को दिल्ली जाने और संविधान के बारे में पढ़ने को कहा गया है. हुसैन सुल्तानिया ने कहा कि यह देश भाजपा की मनमर्जी से नहीं चलेगा, अंबेडकर के संविधान के अनुसार ही चलेगा.
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युवा मोर्चा के प्रदेश महामंत्री राजेश गुर्जर ने कहा कि विधानसभा सत्र नहीं बुलाने के कारण अशोक गहलोत में खलबली मची हुई है और वह अपने एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं के माध्यम से उसे उजागर करना चाहते हैं, लेकिन हम लोगों ने उनकी साजिश को नाकाम कर दिया है.