जयपुर. प्रदेश में चल रहे सियासी संग्राम के बीच अब विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने मुख्य सचेतक महेश जोशी की ओर से लगाई गई व्हिप की अवहेलना को लेकर याचिका स्वीकार कर ली है. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष के निर्देश पर सचिन पायलट खेमे के 19 विधायकों को नोटिस जारी किया गया है. ये वही विधायक हैं जो कांग्रेस विधायक दल की बैठक में नहीं आए थे.
विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर सीपी जोशी के निर्देश पर सचिव प्रवीण कुमार ने यह नोटिस मेल के जरिए जारी किए हैं. पार्टी व्हिप की अवहेलना पर जारी हुए इस नोटिस में क्या लिखा है इसका तो अब तक खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन माना जा रहा है कि पार्टी की बैठक में अनुपस्थित होने को लेकर इसमें जानकारी मांगी गई होगी. पार्टी व्हिप की अवहेलना साबित होने पर बागी विधायकों की सदस्यता रद्द भी की जा सकती है.
विधायकों के दिए गए नोटिस में 17 जुलाई को दोपहर एक बजे तक विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर सीपी जोशी के समक्ष उपस्थित या लिखित में अपना जवाब भेजे जाने को भी लिखा गया है. मतलब आगामी तीन दिन के भीतर संबंधित विधायकों को अपना पक्ष रखने का मौका दिया गया है.
बड़ा सवाल यही है कि कांग्रेस विधायक दल की बैठक कांग्रेस विधानसभा के भीतर नहीं, बल्कि बाहर हुई थी. वहीं, पायलट खेमा इसी आधार पर विधायकों को दिए गए नोटिस की कार्रवाई को कोर्ट में भी चुनौती दे सकता है.
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बताया जा रहा है कि सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी ने मंगलवार देर रात मेल पर ही विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर सीपी जोशी को याचिका भेजी. जिस पर देर रात विधानसभा की ओर से विधायकों को नोटिस जारी किए गए.
यह विधायक नहीं शामिल हुए थे बैठक में...
राकेश पारीक, मुरारी लाल मीणा, जीआर खटाणा, इंद्राज गुर्जर, गजेंद्र सिंह शक्तावत, हरीश मीणा, दीपेंद्र सिंह शेखावत, भंवरलाल शर्मा, इंदिरा मीणा, विजेंद्र ओला, हेमाराम चौधरी, पीआर मीणा, रमेश मीणा, विश्वेंद्र सिंह, रामनिवास गावड़िया, मुकेश भाकर और सुरेश मोदी के साथ ही सचिन पायलट बैठक में शामिल नहीं हुए थे.