जयपुर. कोविड-19 के चलते केंद्र और राज्य सरकार के सोशल डिस्टेंसिंग संबंधी निर्देशों व गाइडलाइन का पालन करते हुए विरोध प्रदर्शन किया गया. कर्मचारी यूनियन ने नौ सूत्रीय मांगों को लेकर डीआरएम को ज्ञापन सौंपा.
नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज यूनियन के मंडल मंत्री आरके सिंह ने बताया कि 'रेल बचाओ देश बचाओ' अभियान के तहत ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के आह्वान पर और 'सार्वजनिक उपक्रम बचाओ' के तहत प्रदर्शन किया. साथ ही केन्द्रीय श्रमिक संगठनों के आव्हान पर मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय और प्रधान कार्यालय पर केन्द्र सरकार की सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम विशेषकर रेलवे, बैंक, बीमा, रक्षा और कोयला में निजीकरण लागू करने की नीति के खिलाफ प्रदर्शन किया गया.
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इसके अलावा रेल कर्मचारियों की जोनल एवं मंडल स्तर की मांगों के निपटारें में विलम्ब किए जाने के प्रति रोष व्यक्त किया गया. जयपुर में नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज यूनियन के महामंत्री मुकेश माथुर के सानिध्य में विरोध जताया गया है. उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा.
रेलवे कर्मचारियों की मांग
- ट्रेनों का संचालन निजी ऑपरेटर को न दिया जाए
- 1 जनवरी, 2004 के बाद भर्ती रेलकर्मियों को पुरानी पेंशन योजना से जोड़ा जाए
- रिक्त पदों को सरेंडर करने का निर्णय वापस लिया जाए
- डीए की देय किश्त का भुगतान आदेश जल्द जारी की जाए
- अन्य बैठकों की तरह सभी स्तर पर स्थाई वार्ता तंत्र बैठक भी शीघ्र चालू किया जाए
- जीडीसीई शीघ्र पूरी की जाए
- कोविड- 19 से बचाव के उपाय सभी कार्य स्थलों पर नियमित रूप से अपनाना सुनिश्चित करें
- सभी रेल कर्मचारियों को मिले पदोन्नति में समान अवसर हो
- लेवल एक के 50 प्रतिशत पदों को लेवल दो में क्रमोन्नत करें