जयपुर. राजस्थान एसीबी ने लाखों रुपए की रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किए गए दौसा एसडीएम पुष्कर मित्तल, बांदीकुई एसडीएम पिंकी मीणा और तत्कालीन एसपी मनीष अग्रवाल के दलाल नीरज मीणा के आवास और अन्य ठिकानों पर की जा रही सर्च की कार्रवाई पूरी कर ली है. सर्च की कार्रवाई के दौरान तीनों ही रिश्वतखोरों के आवास से नकदी और गहने बरामद नहीं हुए हैं. हालांकि प्रॉपर्टी से संबंधित अनेक दस्तावेज और विभाग से संबंधित अनेक दस्तावेज बरामद किए गए हैं. बरामद किए गए दस्तावेजों की जांच की जा रही है.
इसके साथ ही एसीबी ने तत्कालीन दौसा एसपी मनीष अग्रवाल के दो मोबाइल फोन सीज किए हैं. उनमें दलाल नीरज मीणा से हुई चैट के आधार पर एसीबी मुख्यालय में शुक्रवार को दलाल नीरज मीणा से एसीबी के आला अधिकारी पूछताछ करेंगे. वहीं अब तक एसीबी के जरिए की गई जांच पड़ताल में यह बात निकलकर सामने आई है कि नेशनल हाईवे का काम कर रही प्राइवेट कंपनी से जिला प्रशासन और पुलिस के अलावा रेवेन्यू और परिवहन विभाग के अधिकारी भी मासिक बंधी की मांग कर रहे थे. अन्य विभागों के अधिकारियों की मिलीभगत को लेकर भी एसीबी मामले में जांच कर रही है.
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दलाल की तत्कालीन दौसा एसपी से काफी नजदीकियां
तत्कालीन दौसा एसपी मनीष अग्रवाल के लिए रिश्वत की मांग करने वाले दलाल नीरज मीणा की मनीष अग्रवाल से काफी नज़दीकियां पाई गई हैं. एसीबी की गई पड़ताल में यह बात सामने आई है कि दलाल की अधिकांश लोकेशन एसपी कार्यालय और एसपी आवास पर ही पाई गई है. इसके साथ ही दलाल नीरज मीणा एसपी के अलावा भी कुछ अन्य अधिकारियों से लगातार संपर्क में रहता था. जप्त किए गए तत्कालीन दौसा एसपी मनीष अग्रवाल के दोनों मोबाइल फोन आज एफएसएल में जांच के लिए एसीबी भेजेगी.