जयपुर\गोरखपुर. गोरखपुर जिला जेल से एक हैरान कर देने वाला मामला प्रकाश में आया है. जेल के 9 कैदियों में एचआईवी पॉजिटिव के लक्षण पाए गए हैं, जिसके बाद जेल और जिला प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. शासन के निर्देश पर गोरखपुर मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में जिला कारागार के बंदियों की एचआईवी जांच हुई थी, जिसमें 9 बंदी पॉजिटिव पाए गए हैं. इन कैदियों की निगरानी स्वास्थ्य विभाग ने शुरू भी कर दी है. जिला प्रशासन भी इस रिपोर्ट के बाद इससे निपटने और और अन्य जांच के लिए उपाय में जुटा है.
बीआरडी मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग की जांच में पुष्टि
बीआरडी मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ अमरेश सिंह ने बताया कि यह बता पाना मुश्किल है कि इन कैदियों को एचआईवी कहां से हुआ और कब हुआ. फिलहाल जांच में इसकी जानकारी नहीं हो पाती, लेकिन पुष्टि होने के बाद ऐसी कैदियों की निगरानी बढ़ा दी गई है. वहीं जेल अधीक्षक डॉक्टर रामधनी की मानें तो जिन कैदियों में यह लक्षण पाए गए हैं उन्हें जेल में रखा जाए या इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा जाय इन सभी मुद्दों पर विचार चल रहा है. फिलहाल मामला गंभीर है. इसलिए इसको लेकर फैसला जल्दी से जल्दी लिया जाएगा. इस रिपोर्ट से शासन-प्रशासन सभी को अवगत करा दिया गया है.
गोरखपुर जिला कारागार में वर्तमान में करीब 18 सौ कैदी बंद हैं, जिनमें 12 सौ कैदियों की जांच हो पाई है. शेष की भी जांच की जानी है. यहां क्षमता से अधिक कैदी बंद हैं. फिलहाल इस संक्रामक बीमारी की जानकारी के बाद जेल और जिला प्रशासन नई व्यवस्था अपनाने में जुटा है.
जेल में बंद 9 कैदी एक साथ मिले HIV पॉजिटिव, मचा हड़कंप
यूपी के गोरखपुर जेल में बंद 9 कैदी एचआईवी पॉजिटिव पाए गए हैं. इन कैदियों की निगरानी स्वास्थ्य विभाग ने शुरू कर दी है. दूसरी ओर नौ कैदियों के एचआईवी पॉजिटिव मिलने के बाद से जिला कारागार में हड़कंप मच गया है.
जयपुर\गोरखपुर. गोरखपुर जिला जेल से एक हैरान कर देने वाला मामला प्रकाश में आया है. जेल के 9 कैदियों में एचआईवी पॉजिटिव के लक्षण पाए गए हैं, जिसके बाद जेल और जिला प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. शासन के निर्देश पर गोरखपुर मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में जिला कारागार के बंदियों की एचआईवी जांच हुई थी, जिसमें 9 बंदी पॉजिटिव पाए गए हैं. इन कैदियों की निगरानी स्वास्थ्य विभाग ने शुरू भी कर दी है. जिला प्रशासन भी इस रिपोर्ट के बाद इससे निपटने और और अन्य जांच के लिए उपाय में जुटा है.
बीआरडी मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग की जांच में पुष्टि
बीआरडी मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ अमरेश सिंह ने बताया कि यह बता पाना मुश्किल है कि इन कैदियों को एचआईवी कहां से हुआ और कब हुआ. फिलहाल जांच में इसकी जानकारी नहीं हो पाती, लेकिन पुष्टि होने के बाद ऐसी कैदियों की निगरानी बढ़ा दी गई है. वहीं जेल अधीक्षक डॉक्टर रामधनी की मानें तो जिन कैदियों में यह लक्षण पाए गए हैं उन्हें जेल में रखा जाए या इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा जाय इन सभी मुद्दों पर विचार चल रहा है. फिलहाल मामला गंभीर है. इसलिए इसको लेकर फैसला जल्दी से जल्दी लिया जाएगा. इस रिपोर्ट से शासन-प्रशासन सभी को अवगत करा दिया गया है.
गोरखपुर जिला कारागार में वर्तमान में करीब 18 सौ कैदी बंद हैं, जिनमें 12 सौ कैदियों की जांच हो पाई है. शेष की भी जांच की जानी है. यहां क्षमता से अधिक कैदी बंद हैं. फिलहाल इस संक्रामक बीमारी की जानकारी के बाद जेल और जिला प्रशासन नई व्यवस्था अपनाने में जुटा है.