जयपुर. देशभर में कोरोना वायरस का कहर है और कोरोना काल के बीच 25 अक्टूबर से जयपुर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर फ्लाइट को लेकर एक बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा. 25 अक्टूबर से जयपुर सहित देशभर के सभी एयरपोर्ट पर फ्लाइट का विंटर शेड्यूल लागू हो जाएगा. नए शेड्यूल में जयपुर से आधा दर्जन नई फ्लाइट शुरू होने की संभावना है. साथ ही यदि हालात सही होते तो फ्लाइट कि यहां बढ़ोतरी कहीं और ज्यादा होने की उम्मीद थी.
अभी रोजाना 31 फ्लाइटों का शेड्यूल...
बता दें कि जयपुर एयरपोर्ट से वर्तमान में रोजाना 31 फ्लाइट का शेड्यूल एयरपोर्ट प्रशासन को दिया जा रहा है. इनमें से रोजाना चार से पांच फ्लाइट रद्द रहती है और मुख्य रूप से 25-26 फ्लाइट का संचालन हो रहा है. आने वाले दिनों में त्योहारी सीजन रहेगा. इसके अलावा पर्यटन सीजन भी बढ़ेगा. ऐसे में अब फ्लाइट की संख्या में भी बढ़ोतरी होगी.
हर साल की तरह इस बार भी अक्टूबर माह के अंतिम रविवार से फ्लाइट का विंटर शेड्यूल लागू हो जाएगा. यह शेड्यूल पूरे विश्वभर के सभी एयरपोर्ट पर एक साथ लागू होता है. नए शेड्यूल में मौजूदा फ्लाइट्स में कुछ बदलाव के साथ ही कई नई फ्लाइट शुरू होंगी.
हालांकि एयर कनेक्टिविटी की बात करें तो नए शहरों के लिए ज्यादा फ्लाइट शुरू नहीं हो रही है. लेकिन मौजूदा समय में जिन शहरों के लिए फ्लाइट चल रही है. उनकी संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी. अभी जयपुरएयरपोर्ट से देश के 12 प्रमुख शहरों के लिए संचालित है. उनमें केवल आगरा के लिए एयर कनेक्टिविटी फिर शुरू हो जाएगी.
ये नई फ्लाइटें हो सकती हैं शुरू...
- दिल्ली के लिए सुबह 10:20 बजे एयर इंडिया की फ्लाइट AI -9844
- मुंबई के लिए स्पाइसजेट की रात 9:10 बजे की फ्लाइट SG-2337
- बेंगलुरु के लिए एयर एशिया की शाम 7:45 बजे की फ्लाइट i5-1729
- हैदराबाद के लिए गो एयर की शाम 5:05 बजे की फ्लाइट G8-808
- अहमदाबाद के लिए गो एयर की सुबह 9:00 बजे की फ्लाइट G8-786
- पुणे के लिए स्पाइसजेट की शाम 4:35 बजे की फ्लाइट SG-6636
- आगरा के लिए एयर इंडिया की सुबह 7:30 बजे की फ्लाइट Ai-9687
लॉकडाउन के बाद हवाई सेवाओं का संचालन 25 मई से दोबारा शुरू हुआ था. अब धीरे-धीरे हवाई यातायात सामान्य होने लगा है और यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. अगस्त माह की तुलना में सितंबर में 1.23 लाख यात्रियों ने जयपुर एयरपोर्ट से सफर तय किया है. जबकि अगस्त में यह आंकड़ा एक 1.12 लाख यात्रियों का था. शुरुआत में यात्रियों की संख्या काफी कम रही थी. अब जबकि क्वॉरेंटाइन नियमों में काफी हद तक छूट दी गई है और अधिकांश राज्यों ने एक से दूसरे राज्य जाने पर संस्थागत क्वॉरेंटाइन या होम क्वॉरेंटाइन को खत्म कर दिया है. ऐसे में हवाई यात्रा को लेकर अब यात्रियों का रुझान बढ़ने लगा है.