जयपुर. राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद की ओर से मंगलवार को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला (NEP Workshop in Jaipur) का आयोजन किया गया. कार्यशाला में शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे. इस वर्कशॉप में शिक्षा नीति को बेहतर तरीके से लागू करने को लेकर वार्ता की गई. इस दौरान शिक्षा मंत्री कल्ला ने केंद्र सरकार को राज्य सरकार की ओर से भेजे गए सुझावों पर विचार करने की बात कही.
इस दौरान गौरव अग्रवाल ने कहा कि जब तक शिक्षक और शिक्षा विभाग से जुड़े हुए लोग नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बारे में नहीं पढ़ेंगे, तब तक ये प्रभावी ढंग से लागू नहीं की जा सकती है. इसलिए पहले इसको खुद पढ़ना होगा और उसके बाद लागू करना होगा. वहीं एसीएस शिक्षा पवन कुमार गोयल ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर समय-समय पर कई कार्यशाला आयोजित हुई है. इन कार्यशाला का फायदा शिक्षकों और शिक्षा अधिकारियों को मिलता रहा है.
शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर ये कार्यशाला बहुत महत्वपूर्ण है. इस कार्यशाला में जो (BD kalla in New Education Policy Workshop) सुझाव आएंगे उन पर विचार कर, बेहतर और प्रभावी ढंग से इस नीति को लागू किए जाने पर कार्य किया जाएगा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 10+2 प्रणाली को बदलकर 5+3+3+4 सिस्टम लागू किया है. इस पर विचार किया जाना है. इसके अलावा प्री प्राइमरी एजुकेशन और प्राइमरी एजुकेशन पर नई शिक्षा नीति का फोकस है. साथ ही शिक्षा में गुणात्मक सुधार पर भी बात की जा रही है.
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कई बिंदु राजीव गांधी के सुझाए: उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति को लेकर मुख्यमंत्री और शिक्षा विभाग ने केंद्र सरकार को कुछ सुझाव भी भेजे थे, जो अभी भी उनके सामने हैं. ये एक नीति है और समय-काल-परिस्थिति के अनुसार इसमें बदलाव होते रहते हैं. ऐसे में जो सुझाव राज्य सरकार की ओर से भेजे गए हैं, उन पर केंद्र सरकार को विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि व्यवसायिक शिक्षा का समावेश राजीव गांधी के समय पर किया गया था, जो नई शिक्षा नीति में जोड़ा गया है. ऐसे कई बिंदु हैं जो राजीव गांधी के सुझाए हुए हैं. इस दौरान कल्ला ने मंच से बच्चों को पढ़ाई के प्रति प्रेरित किया. उन्होंने कहा कि बच्चों को मोबाइल और टीवी से दूर करते हुए खेलों की ओर भी बढ़ाना चाहिए. साथ ही उनको संतुलित भोजन देना चाहिए. प्रदेश में सरकार की ओर से शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए कई कदम उठाए गए हैं. कई पैरामीटर में प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में पहले और दूसरे पायदान पर काबिज है. कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षा राज्यमंत्री जाहिदा खान ने की. कार्यक्रम में अतिरिक्त मुख्य सचिव शिक्षा पवन कुमार गोयल, प्रारंभिक और माध्यमिक शिक्षा निदेशक गौरव अग्रवाल सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी मौजूद रहे.