जयपुर. देश विदेश के प्रसिद्ध न्यूरोलॉजिस्ट पद्मश्री अशोक पानगड़िया का शुक्रवार को निधन हो गया. जयपुर के इंटर्नल हॉस्पिटल में उन्होंने 3 बजकर 46 मिनट पर अंतिम सांस ली. उन्हें कोरोना संक्रमण हुआ था, जिसके बाद वे 25 अप्रैल को आरयूएचएस में भर्ती हुए थे. वे कोरोना के बाद पोस्ट कोविड की दिक्कत झेल रहे थे. काफी दिनों से वे वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे. कुछ देर पहले आईसीयू सेटअप के साथ उनको घर शिफ्ट किया गया था.
पीएम मोदी ने फोन कर ली थी स्वास्थ्य की जानकारी
पद्मश्री डॉ. अशोक पनगढ़िया कोविड-19 की चपेट में आ गए थे. स्वास्थ्य बिगड़ने के बाद उन्हें जयपुर के इंटरनल हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था. जहां उनका इलाज किया जा रहा था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अस्पताल के को-चेयरपर्सन मंजू शर्मा से डॉक्टर पानगड़िया के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली थी.
कैसा रहा करियर
डॉ. पानगड़िया को 1992 में राजस्थान सरकार की ओर से मेरिट अवॉर्ड मिला था. वे एसएमएस में न्यूरोलॉजी के विभागाध्यक्ष रहे. 2006 से 2010 तक प्रिंसिपल रहे. 2002 में उन्हें मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने डॉ. बीसी रॉय अवॉर्ड दिया. 2014 में उन्हें पद्मश्री से नवाजा गया. उनके 90 से ज्यादा पेपर जर्नल में छप चुके हैं. उनकी मेडिकल और सोशल सहभागिता के चलते उन्हें यूनेस्को अवॉर्ड भी मिल चुका है. उन्हें कई लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड भी प्राप्त हुए हैं.
सीएम गहलोत, वसुंधरा और पूनिया ने ट्वीट कर दी श्रद्धांजलि
डॉ. पानगड़िया के निधन पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत प्रदेश के बड़े नेताओं दुख जताया है. सीएम गहलोत ने ट्वीट किया कि डॉ. अशोक पनगड़िया का निधन चिकित्सा जगत एवं प्रदेश के लिए बड़ी क्षति है. ईश्वर से प्रार्थना है शोकाकुल परिजनों एवं डॉ. पनगड़िया के मित्रों को यह आघात सहने की शक्ति प्रदान करें एवं दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें.
वहीं पूर्व मुख्य मंत्री वसुंधरा राजे और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने ट्वीट कर डॉ. पानगड़िया को श्रद्धांजलि दी. वसुंधरा ने लिखा कि अपने सेवाभावी स्वभाव एवं चिकित्सा क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए पहचान बनाने वाले न्यूरोलॉजिस्ट, पद्मश्री डॉ. अशोक पानगड़िया जी के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है. मैं ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शान्ति व शोक-संतप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करने की कामना करती हूं.