कोटा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी 2022 (NEET UG 2022) का नोटिफिकेशन जारी नहीं किया है. इस परीक्षा में शामिल होने वाले करीब 15 लाख विद्यार्थियों को इस नोटिफिकेशन का इंतजार है. 12वीं बोर्ड की परीक्षा दे रहे मेडिकल उम्मीदवारों के लिए बड़ी परेशानी का सबब बनी हुई है. ये विद्यार्थी नीट यूजी 2022 की परीक्षा तिथि और एग्जामिनेशन पैटर्न से चिंतित हैं. एजुकेशन एक्सपर्ट देव ने बताया की विद्यार्थियों की सबसे बड़ी चिंता नीट-यूजी के पेपर पैटर्न में परिवर्तन को लेकर है.
देव शर्मा ने बताया कि विद्यार्थियों की उपरोक्त चिंता के पीछे एक ठोस तर्क यह है कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने जेईई मेन 2022 के पेपर पैटर्न में बदलाव किया गया है. क्या इस तरह का परिवर्तन नीट यूजी 2022 में भी होगा? इसके साथ ही मेडिकल प्रवेश परीक्षा और 12वीं बोर्ड परीक्षा के ऑब्जेक्टिव एग्जामिनेशन पैटर्न व सब्जेक्टिव एग्जामिनेशन पैटर्न की तैयारी को संतुलन करने के लिए फाइनल प्रिपरेशन स्ट्रेटजी प्लान नहीं कर पा रहे हैं. वर्तमान में मेडिकल और इंजीनियरिंग उम्मीदवारों की तुलना में अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. क्योंकि जेईई मेन और बोर्ड परीक्षा की तिथियां घोषित किए जाने से इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों ने अपनी प्रिपरेशन स्ट्रेटजी प्लान कर ली है.
एमबीबीएस सीटें भी हुई 92,065 : मेडिकल विद्यार्थियों के लिए एक सुखद सूचना यह है कि हाल ही में नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) की जारी की गई सूचना के अनुसार राष्ट्रीय स्तर पर देश के 606 मेडिकल संस्थानों में एमबीबीएस सीटों की संख्या बढ़कर 92,065 हो चुकी है, देव शर्मा ने बताया कि वर्तमान समय में यूक्रेन संकट ने देश की मेडिकल शिक्षा में बड़े बदलाव की आवश्यकता उजागर कर दी है. नए मेडिकल संस्थानों की स्थापना, एमबीबीएस सीटों की संख्या में वृद्धि, प्राइवेट मेडिकल संस्थानों की एमबीबीएस कोर्सेज की फीस में कमी वर्तमान समय की बड़ी मांग है. भारत सरकार और अन्य राज्य सरकारों की ओर से इस दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं.