जयपुर. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा आयोजित नीट परीक्षा 2020 रविवार को देश भर में आयोजित हुई. प्रदेश में 269 परीक्षा केंद्र बनाए गए. जहां 2 बजे से शाम 5 बजे तक परीक्षा आयोजित की गई. इस दौरान छात्रों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए परमिशन लेटर पर प्रवेश का अलग-अलग समय देकर 11 बजे से प्रवेश दिया गया.
हालांकि इस दौरान छात्रों और अभिभावकों में परीक्षा केंद्रों पर ले जाने वाली सामग्री को लेकर असमंजस की स्थिति रही. जयपुर में 54 परीक्षा केंद्रों पर 20 हजार 900 परीक्षार्थी मेडिकल एंटरेंस टेस्ट नीट 2020 में पंजीकृत किया गया था.
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शहर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर पहुंचने के लिए विद्यार्थियों को परमिशन लेटर पर एंट्री टाइम अलग-अलग दिया गया. परीक्षा केंद्रों पर 11 से 1:30 तक एंट्री दी गई और उसके बाद छात्रों को प्रवेश नहीं दिया गया. कोरोना की वजह से परीक्षा केंद्रों पर थर्मल स्कैनर से तापमान मापने, हाथों को सैनिटाइज कराने और छात्रों को थ्री लेयर प्रोटेक्शन मास्क और ग्लव्स उपलब्ध कराए गए.
वहीं इस दौरान छात्रों की वीडियोग्राफी भी कराई गई. हालांकि छात्रों और अभिभावकों में एग्जाम हॉल में ली जाने वाली सामग्री को लेकर असमंजस की स्थिति देखने को मिली. छात्रों को एडमिट कार्ड, कोरोना पॉजिटिव नहीं होने का सेल्फ डिक्लेरेशन, फोटोग्राफ, आईडी, हैंड सैनिटाइजर, ट्रांसपेरेंट पानी की बोतल, मास्क और ग्लव्स, पहचान प्रमाण पत्र ले जाने और पहनावे को लेकर के भी निर्देश दिए गए थे.
ऐसे में परीक्षा केंद्रों पर पेन मिलेगा या नहीं, इसे लेकर परीक्षा केंद्रों के बाहर अभिभावक परेशान नजर आए. वही अभिभावकों ने कहा कि दो बार परीक्षा स्थगित हो जाने से छात्र तनाव की स्थिति में थे. ऐसे में परीक्षा होना जरूरी था. अन्यथा छात्रों का 1 साल बर्बाद हो जाता.
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वहीं परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने के लिए राज्य सरकार ने 12 से 14 सितंबर तक छात्रों के लिए रोडवेज में निशुल्क यात्रा की सुविधा भी दी. बता दें कि नीट परीक्षा 2020 को ऑफलाइन मोड में 80 हजार 55 एमबीबीएस, 26 हजार 949 बीडीएस, 52 हजार 720 आयुष, 525 बीवीएससी और एएच सीटों पर एडमिशन लेने के लिए आयोजित किया गया.