जयपुर. आज राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस (National Vaccination Day 2022) है. कोरोना संक्रमण के इस दौर में एक बार फिर टीकाकरण का अधिक महत्व बढ़ गया है. ऐसे में प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी टीकाकरण दिवस पर कहा कि कई बीमारियों का टीकाकरण एक रामबाण है. टीकाकरण को लेकर ज्यादा से ज्यादा जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है. सीएम गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस पर हमें टीकाकरण के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है. टीका लगवाना बीमारियों से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है और जीवन बचाने के लिए महत्वपूर्ण है.
12 से 14 साल के बच्चों का टीकाकरण: देश भर में आज से 12 से 14 साल के बच्चों के टीकाकरण अभियान शुरू हो गया है. बाल संरक्षण आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल JK लोन अस्पताल जयपुर में बच्चों के टीकाकरण अभियान का शुभारंभ करेंगी.
पढ़ें- 12 साल से ऊपर के बच्चों का टीकाकरण आज से, पहले चरण में 47,143 को लगेगा टीका
कार्यकर्ताओं का सम्मान: आजादी का अमृत महोत्सव के तहत आज राष्ट्रीय वैक्सीनेशन दिवस समारोह का आयोजन किया जाएगा. यह अभियान ब्लॉक स्तर पर होगा. इसमें गत 27 फरवरी को आयोजित हुए राष्ट्रीय पल्स पोलिया टीकाकरण दिवस में उत्कृष्ट कार्य करने वाले फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया जाएगा. राष्ट्रीय पल्स पोलिया दिवस के बूथ कवरेज रिपोर्ट के आधार पर संबंधित ब्लॉक में उत्कृष्ट कार्य करने वाली दो आशा सहयोगिनियों और एक एएनएम को सम्मानित किया जाएगा.
राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस: कई बीमारियों से बचने के लिए टीकाकरण एक रामबाण उपाय है. इससे कई तरह की बीमारियां होने से हम बच सकते हैं, इसलिए बेहतर और निरोगी स्वास्थ्य के लिए टीकाकरण बेहद महत्वपूर्ण कार्य है. हमारे देश सहित पूरी दुनिया में महामारी और कई प्रकार की घातक बीमारियों से लोगों को सुरक्षित करने के लिए टीकाकरण अभियान चलाया जाता है. दिनों दिन कई तरह की नई-नई बीमारियां सामने आ रही है. ऐसे में इससे निपटने के लिए टीकाकरण करना बहुत जरूरी है.
टीकाकरण क्या है: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार टीकाकरण (Vaccination / immunization) एक स्वास्थ्य और विकास की सफलता की कहानी है. यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके माध्यम से किसी व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली विदेशी नुकसान पहुंचाने वाले एजेंट के खिलाफ दृढ़ हो जाती है. टीके एंटीबॉडी बनाने के लिए एक व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रशिक्षित करते हैं. टीके, वायरस या बैक्टीरिया जैसे कीटाणुओं को कमजोर या तो खत्म कर देते हैं या कमजोर कर देते हैं जो बीमारी का कारण नहीं बन सकते हैं, लेकिन एंटीबॉडी बनाते हैं जो शरीर की रक्षा करते हैं जब रोग का एक सक्रिय और मजबूत रूप शरीर पर हमला करता है.