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JLF 2020 : एनआरसी और सीएए का रिश्ता खतरनाक- नंदिता दास

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Published : Jan 23, 2020, 6:11 PM IST

देशभर में प्रख्यात जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का आगाज गुरुवार को हुआ. इस मौके पर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी शिरकत की. वहीं, आयोजन में हिस्सा लेने पहुंची फिल्म अभिनेत्री नंदिता दास ने एनआरसी और सीएए जैसे मुद्दे पर अपनी राय रखी.

Nandita Das, जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल
Nandita Das in JLF 2020 jaipur

जयपुर. जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (JLF 2020) में महाकवि कन्हैयालाल सेठिया अवॉर्ड फॉर पोएट्री में डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने शिरकत की. वहीं, इस मौके पर फिल्म अभिनेत्री नंदिता दास ने कई मुद्दों पर खुलकर बातचीत की.

एनआरसी और सीएए बिखराव वाले कानून- नंदिता दास

नागरिकता संशोधन कानून बिखराव वाला
नंदिता दास ने कहा कि एनआरसी और सीए का कानून बिखराव वाला कानून है. उन्होंने कहा कि एनआरसी और सीएए का रिश्ता खतरनाक है. यह संदेश देने का वक्त नहीं बल्कि सोचने का वक्त है कि आप किस तरह का समाज चाहते है. उन्होंने कहा कि आज यदि मंटो होते तो वे शायद दुखी होते. आज 70 साल बाद देश को बांटने की कोशिश की जा रही है, जो उचित नहीं है.

पढ़ेंः कांग्रेस शासित हर राज्य की विधानसभा में पारित होगा CAA के खिलाफ प्रस्ताव : पायलट

वहीं, फिल्म अभिनेता अनुपम खैर और नसीरुद्दीन शाह के बीच सीएए को लेकर जारी जुबानी जंग पर भी नंदिता दास ने अपने विचार रखे. नंदिता दास ने फिल्म अभिनेता अनुपम खेर और नसीरुद्दीन के बीच पनपे तनाव पर कहा कि सब को बोलने की आजादी है, लेकिन यहां चीखने चिल्लाने से काम नहीं होगा.

JLF राजस्थान के लिए गर्व का विषय : पायलट
उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि देश दुनिया की हर विचारधारा के लोग लिटरेचर फेस्टिवल में पहुंचते हैं. ऐसे आयोजनों की मेजबानी करके खुशी और गर्व महसूस होता है. उन्होंने कहा कि दुनिया का सबसे बड़ा साहित्य का संसार जयपुर में देखा जा रहा है, इस बात को लेकर मुझे बहुत गर्व होता है. यह पहला आयोजन देखा जिसमें पत्रकारों में होड़ मची रहती है, जेएलएफ कवरेज करने की.

पढ़ेंः सुभाष चंद्र बोस जयंतीः देश के महानायक को ही भूल गया बूंदी प्रशासन

पायलट ने कहा सभी लोग जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल से बेहतर अनुभव ही लेकर जाएंगे. देश के मौजूदा हालात को लेकर पायलट ने कहा कि इस खुले मंच पर अपनी बात रखने की आजादी है. खुले मंच पर वाद विवाद की बात भी होती हैं. एकमत पर राय रखने वाले लोग भी अपनी बातें रखते हैं. इसलिए यह साहित्य का सबसे बड़ा मंच है.

जयपुर. जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (JLF 2020) में महाकवि कन्हैयालाल सेठिया अवॉर्ड फॉर पोएट्री में डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने शिरकत की. वहीं, इस मौके पर फिल्म अभिनेत्री नंदिता दास ने कई मुद्दों पर खुलकर बातचीत की.

एनआरसी और सीएए बिखराव वाले कानून- नंदिता दास

नागरिकता संशोधन कानून बिखराव वाला
नंदिता दास ने कहा कि एनआरसी और सीए का कानून बिखराव वाला कानून है. उन्होंने कहा कि एनआरसी और सीएए का रिश्ता खतरनाक है. यह संदेश देने का वक्त नहीं बल्कि सोचने का वक्त है कि आप किस तरह का समाज चाहते है. उन्होंने कहा कि आज यदि मंटो होते तो वे शायद दुखी होते. आज 70 साल बाद देश को बांटने की कोशिश की जा रही है, जो उचित नहीं है.

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वहीं, फिल्म अभिनेता अनुपम खैर और नसीरुद्दीन शाह के बीच सीएए को लेकर जारी जुबानी जंग पर भी नंदिता दास ने अपने विचार रखे. नंदिता दास ने फिल्म अभिनेता अनुपम खेर और नसीरुद्दीन के बीच पनपे तनाव पर कहा कि सब को बोलने की आजादी है, लेकिन यहां चीखने चिल्लाने से काम नहीं होगा.

JLF राजस्थान के लिए गर्व का विषय : पायलट
उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि देश दुनिया की हर विचारधारा के लोग लिटरेचर फेस्टिवल में पहुंचते हैं. ऐसे आयोजनों की मेजबानी करके खुशी और गर्व महसूस होता है. उन्होंने कहा कि दुनिया का सबसे बड़ा साहित्य का संसार जयपुर में देखा जा रहा है, इस बात को लेकर मुझे बहुत गर्व होता है. यह पहला आयोजन देखा जिसमें पत्रकारों में होड़ मची रहती है, जेएलएफ कवरेज करने की.

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पायलट ने कहा सभी लोग जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल से बेहतर अनुभव ही लेकर जाएंगे. देश के मौजूदा हालात को लेकर पायलट ने कहा कि इस खुले मंच पर अपनी बात रखने की आजादी है. खुले मंच पर वाद विवाद की बात भी होती हैं. एकमत पर राय रखने वाले लोग भी अपनी बातें रखते हैं. इसलिए यह साहित्य का सबसे बड़ा मंच है.

Intro:नोट- इसमें सचिन पायलट के विसुअल्स और बाईट लाइव व्यू से सचिन पायलट जेएलएफ के नाम से इंजस्ट है और नंदिता दास की व्रैप से भेजी है।

जयपुर- जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में महाकवि कन्हैयालाल सेठिया अवॉर्ड फॉर पोएट्री में डिप्टी सीएम सचिन पायलट शामिल हुए। डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि देश दुनिया की हर विचारधारा के लोग लिटरेचर फेस्टिवल में पहुंचते हैं। ऐसे आयोजनों की मेजबानी करके खुशी और गर्व महसूस होता है। पायलट ने कहा कि दुनिया का सबसे बड़ा साहित्य का संसार जयपुर में देखा जा रहा है, इस बात को लेकर मुझे बहुत गर्व होता है। यह पहला आयोजन देखा जिसमें पत्रकारों में होड़ मची रहती है , जेएलएफ कवरेज करने की। सभी लोग जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल से बेहतर अनुभव ही लेकर जाएंगे। देश के मौजूदा हालात को लेकर पायलट ने कहा कि इस खुले मंच पर अपनी बात रखने की आजादी है। खुले मंच पर वाद विवाद की बात भी होती हैं। एकमत पर राय रखने वाले लोग भी अपनी बातें रखते हैं। इसलिए यह साहित्य का सबसे बड़ा मंच है।

उधर, नंदिता दास ने कहा कि एनआरसी और सीए का कानून बिखराव वाला कानून है। उन्होंने कहा कि एनआरसी और सीएए का रिश्ता खतरनाक है। यह संदेश देना का वक्त नहीं बल्कि सोचने का वक्त है कि आप किस तरह का समाज चाहते है। उन्होंने कहा कि आज यदि मंटू होते तो वे शायद दुखी होते। आज 70 साल बाद देश को बांटने की कोशिश की जा रही है, जो उचित नहीं है। नंदिता दास ने फिल्म अभिनेता अनुपम खेर और नसीरुद्दीन के बीच पनपे तनाव पर कहा कि सब को बोलने की आजादी है, लेकिन यहां चीखने चिल्लाने से काम नहीं होगा।


Body:बाईट- सचिन पायलट, डिप्टी सीएम
बाईट- नंदिता दास, लेखक


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