जयपुर. जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (JLF 2020) में महाकवि कन्हैयालाल सेठिया अवॉर्ड फॉर पोएट्री में डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने शिरकत की. वहीं, इस मौके पर फिल्म अभिनेत्री नंदिता दास ने कई मुद्दों पर खुलकर बातचीत की.
नागरिकता संशोधन कानून बिखराव वाला
नंदिता दास ने कहा कि एनआरसी और सीए का कानून बिखराव वाला कानून है. उन्होंने कहा कि एनआरसी और सीएए का रिश्ता खतरनाक है. यह संदेश देने का वक्त नहीं बल्कि सोचने का वक्त है कि आप किस तरह का समाज चाहते है. उन्होंने कहा कि आज यदि मंटो होते तो वे शायद दुखी होते. आज 70 साल बाद देश को बांटने की कोशिश की जा रही है, जो उचित नहीं है.
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वहीं, फिल्म अभिनेता अनुपम खैर और नसीरुद्दीन शाह के बीच सीएए को लेकर जारी जुबानी जंग पर भी नंदिता दास ने अपने विचार रखे. नंदिता दास ने फिल्म अभिनेता अनुपम खेर और नसीरुद्दीन के बीच पनपे तनाव पर कहा कि सब को बोलने की आजादी है, लेकिन यहां चीखने चिल्लाने से काम नहीं होगा.
JLF राजस्थान के लिए गर्व का विषय : पायलट
उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि देश दुनिया की हर विचारधारा के लोग लिटरेचर फेस्टिवल में पहुंचते हैं. ऐसे आयोजनों की मेजबानी करके खुशी और गर्व महसूस होता है. उन्होंने कहा कि दुनिया का सबसे बड़ा साहित्य का संसार जयपुर में देखा जा रहा है, इस बात को लेकर मुझे बहुत गर्व होता है. यह पहला आयोजन देखा जिसमें पत्रकारों में होड़ मची रहती है, जेएलएफ कवरेज करने की.
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पायलट ने कहा सभी लोग जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल से बेहतर अनुभव ही लेकर जाएंगे. देश के मौजूदा हालात को लेकर पायलट ने कहा कि इस खुले मंच पर अपनी बात रखने की आजादी है. खुले मंच पर वाद विवाद की बात भी होती हैं. एकमत पर राय रखने वाले लोग भी अपनी बातें रखते हैं. इसलिए यह साहित्य का सबसे बड़ा मंच है.