जयपुर. जवाहर कला केंद्र में महिला सशक्तीकरण को समर्पित चार दिवसीय म्यूजिक फेस्टिवल ‘डिवाइन कॉर्ड्स' का बुधवार को भव्य समापन हुआ. जहां संगीत प्रेमियों के लिए स्त्री शक्ति बैंड का कार्यक्रम सबसे विशेष रहा. मध्यवर्ती में मुम्बई की प्रसिद्ध तबला वादक अनुराधा पाल के इस बैंड ने अपनी पावर पैक पर्कशन प्रस्तुति से सभी श्रोताओं के कदमों को थिरकाने पर मजबूर कर दिया. कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण हिंदुस्तानी एवं कर्नाटक शास्त्रीय संगीत और राजस्थानी लोक संगीत का अनूठा संयोजन रहा.
बता दें कि भगवान गणेश जी के लयबद्ध आह्वान के साथ कार्यक्रम की शुरूआत हुई. इसका श्लोक और तबला बोल स्वयं अनुराधा ने किया. इसके बाद कलाकारों ने राग दुर्गा में ‘झालर शंख नगाडा बाजे रे' गीत की प्रस्तुति दी. इस प्रस्तुति के दौरान कलाकारों ने राग सुधा सावेरी में कर्नाटक रचना ‘श्रु गुरुगुहा' को संयोजित किया.
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इसके बाद जयपुर के श्रोताओं की पसंद के अनुरूप कलाकारों ने राजस्थानी लोकगीत ‘केसरिया बालम आवोनी पधारो म्हारे देस' की दमदार प्रस्तुति दी. प्रस्तुति को रोचक बनाते हुए कलाकारों ने राग यमन में अत्यधिक लोकप्रिय कर्नाटक कृष्ण भजन ‘कृष्णा नी बेगाने बारो' भी पेश किया.
कार्यक्रम में ‘तबला जुगलबंदी' भी सबसे विशेष रही. कलाकारों ने पारंपरिक पखावज और समसामयिक तबले पर अनूठी लयबद्ध प्रस्तुति दी. अत्यंत निपुणता के साथ उन्होंने ‘शंकरा' और ‘दुर्गा' रागों के साथ लेहरा पेश करते हुए अर्धनारीश्वर अवधारणा को पेश किया. कार्यक्रम के दौरान राजस्थानी लोकगीत ‘इंजन की सिटी में म्हारो मन डोले' और घूमर गीत की भी सुरमयी प्रस्तुति दी गई.
वहीं कार्यक्रम में अनुराधा के अलावा अन्य कलाकारों में राधिका श्रीनिवासन, परवीन मिर्जा, राम्या रमेश वीना धारी शामिल थीं. इस मौके पर जेकेके की महानिदेशक किरण सोनी गुप्ता और अतिरिक्त महानिदेशक (तकनीकी) फुरकान खान भी मौजूद थे. अनुराधा पॉल ने महिला शक्ति केंद्रित चार दिवसीय फेस्टिवल आयोजित करने के लिए जेकेके का शुक्रिया अदा किया.