जयपुर. राजधानी की श्याम नगर थाना पुलिस ने शुक्रवार शाम एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए प्लास्टिक के आर्टिफिशियल फूल बेचने वाले व्यक्ति का अपहरण कर हत्या करने और लाश को सूखे कुएं में डाल ठिकाने लगाने वाले दो हत्यारों को गिरफ्तार किया (Accused of murder arrested) है. डीसीपी साउथ योगेश गोयल ने बताया कि 23 जुलाई को 200 फीट बाइपास से धनजी नामक व्यक्ति का अपहरण कर हत्या करने वाले आरोपी पुष्पेंद्र सिंह और अनिल योगी उर्फ कालू को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद जब उनसे हत्या करने का कारण पूछा गया तो उनके द्वारा बताए गए कारण को सुनकर एक बार पुलिस भी हैरान हो गई.
बदला लेने के लिए की हत्या: आरोपियों से हुई पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि आरोपी पुष्पेंद्र सिंह ने अप्रैल में हिंगोनिया में एक होटल खोला था. जहां पर 13 जुलाई को धनजी पहुंचा और पीने के लिए कोल्ड ड्रिंक ली. धनजी ने कोल्ड ड्रिंक लेने के बाद सोने का एक सिक्का काउंटर पर बैठे विकास नाम के व्यक्ति को दिया और कहा कि जमीन की खुदाई के दौरान उसे सोने के सिक्के, चेन व अन्य आभूषण मिले हैं. इस पर विकास ने यह बात पुष्पेंद्र सिंह को बताई और धनजी को पुष्पेंद्र से मिलवाया.
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धनजी ने पुष्पेंद्र को सोने के दो मोती दिए और खुदाई में सोने के आभूषण निकलने की बात कही. धनजी ने कहा कि वह गरीब आदमी है, उससे कोई सोने के आभूषण छीन लेगा इसलिए वह उसे बेचना चाहता है. इस पर पुष्पेंद्र ने धनजी से खुदाई में निकले सारे आभूषण लेकर आने के लिए कहा. इसके बाद पुष्पेंद्र ने धनजी द्वारा दिए गए सोने के मोती को होटल के अंदर ले जाकर जब कैंची से खुरच कर देखा तो पाया की पीतल पर सोने का घोल चढ़ाया गया है. यह जानने के बाद भी की धनजी द्वारा उसे ठगा जा रहा है. पुष्पेंद्र ने धनजी को उसका माल असली होने की बात कही और पैसों का इंतजाम करने के लिए समय मांगा.
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राशि देने के लिए बुलाया और अपहरण कर की हत्या: इसके बाद पुष्पेंद्र ने 23 जुलाई को धनजी को राशि देने के लिए 200 फीट बाईपास के पास बुलाया और अपने एक साथी अनिल के साथ गाड़ी में बैठा कर अपहरण कर (murder in revenge in Jaipur) लिया. इसके बाद आरोपियों ने धनजी के साथ मारपीट की और उसका माल नकली होने व उसके द्वारा ठगने की कोशिश करने से आक्रोशित होकर मारपीट करते हुए सीधा नीमकाथाना ले गए. नीमकाथाना ले जाने के बाद आरोपियों ने बेल्ट व थप्पड़ों से धनजी के साथ काफी मारपीट की और उसे रात को फिर से जयपुर ले आए. धनजी को पुष्पेंद्र ने अपने होटल में बंधक बनाकर रखा और शराब पिलाकर उसके साथ फिर से मारपीट की.
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शराब के नशे में पुष्पेंद्र ने धनजी का मुंह पानी की बाल्टी के अंदर डुबो दिया और सांस रुकने के चलते धनजी की मौत हो गई. धनजी की मौत हो जाने पर पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने के डर से पुष्पेंद्र अपने साथी अनिल के साथ मिलकर शव को भागेगा गांव ले गया. जहां पर दोनों आरोपियों ने मिलकर धनजी के शव को एक सूखे कुएं में डाल दिया. आरोपियों ने धनजी का फोन चौमू के पास सड़क पर फेंक दिया और 25 जुलाई की सुबह वापस होटल लौट आए. स्थानीय पुलिस ने 25 अगस्त को धनजी की लाश के बारे में जयपुर पुलिस को सूचना दी और फिर पुलिस ने टेक्निकल एविडेंस के आधार पर शुक्रवार शाम पुष्पेंद्र व अनिल को गिरफ्तार कर लिया.