जयपुर. लोकसभा और विधानसभा की तुलना में नगर निगम चुनाव भले ही छोटे चुनाव माने जाते हों, लेकिन इन चुनावों में भाजपा के कई बड़े पदाधिकारी और नेता भी अपनी किस्मत आजमाना चाहते हैं. राजधानी जयपुर में इन चुनावों में बीजेपी के विभिन्न मोर्चों से जुड़े प्रदेश के पदाधिकारियों ने भी टिकट मांगे हैं तो निवर्तमान पार्षद भी टिकट की कतार में हैं. कुछ पार्षद ऐसे भी हैं जो मौजूदा आरक्षण व्यवस्था के चलते पत्नियों को चुनाव लड़ाना चाहते हैं.
छोटे चुनाव लेकिन टिकट की कतार में प्रदेश पदाधिकारी
जयपुर नगर निगम चुनाव में इस बार प्रदेश भाजपा के विभिन्न मोर्चों के पदाधिकारी भी टिकट चाहते हैं. ओबीसी मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष रोशन सैनी (वार्ड 91) और प्रदेश मंत्री श्रवण देवाल (वार्ड 34) टिकट मांग रहे हैं. तो वहीं एससी मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष सविता मरोडिया (वार्ड 136) और प्रदेश महामंत्री महेंद्र ढ़लेत (वार्ड 57) भी वापस पार्षद बनने के इच्छुक हैं.
इसी तरह महिला मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष स्वाति परनामी (वार्ड 149) और प्रदेश मंत्री जयश्री गर्ग (वार्ड 127) भी टिकट की कतार में हैं. बीजेपी युवा मोर्चा में प्रदेश मीडिया प्रभारी सुमित अग्रवाल वार्ड 20 से टिकट मांग रहे हैं. इसी तरह प्रदेश भाजपा में पैनलिस्ट राखी राठौड़ वार्ड 55, पुनीत कर्णावत 133 और पंकज जोशी वार्ड 134 से दावेदारी कर रहे हैं.
बता दें, इनमें राखी राठौर निवर्तमान पार्षद भी हैं और पंकज जोशी पूर्व में उप महापौर रह चुके हैं. चुनाव छोटे हैं और टिकट मांगने वाले प्रदेश के पदाधिकारी भी हैं, लेकिन इनका कहना है चुनाव बड़ा या छोचा नहीं होता है और जनता की सेवा के लिए यदि छोटे इलाके में भी जनप्रतिनिधि बनने का मौका मिलता है तो उसमें कोई बुराई नहीं है.
प्रदेश के इन पदाधिकारियों के अलावा कुछ जिला अध्यक्ष भी हैं, जो खुद टिकट की दावेदारी कर रहे हैं. इनमें अनुसूचित जाति के जयपुर शहर अध्यक्ष मुकेश किराड़ और अल्पसंख्यक मोर्चा के शहर अध्यक्ष बैग का भी नाम शामिल है. इसके अलावा निवर्तमान अधिकतर पार्षद और पूर्व पार्षद की टिकट की कतार में हैं. साथ ही जिनके वार्ड में आरक्षण संबंधी काटा गया, वह अपने परिजनों के लिए टिकट मांग रहे हैं. यह जानकारी खुद जयपुर शहर अध्यक्ष राघव शर्मा ने दी. शर्मा के अनुसार चुनाव के लिए टिकट मांगने का अधिकार हर कार्यकर्ताओं को है, लेकिन अंतिम निर्णय पार्टी संगठन ही करेगा.
फिलहाल, शहरी सरकार के लिए चुनावी रण तैयार है. अब भाजपा को अपने उम्मीदवारों को उतारने का इंतजार है. हालांकि, इन उम्मीदवारों में प्रदेश से जुड़े पदाधिकारियों के नाम शामिल होंगे या नहीं यह तो समय ही बताएगा, लेकिन तमाम नामों पर भाजपा पार्टी में मंथन चल रहा है.