जयपुर. राजस्थान में राजनीतिक उठापटक के बीच एक बात तो साफ हो गई है कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं में आपसी तकरार इतनी ज्यादा बढ़ चुकी है कि वह अब एक दूसरे पर जमकर कटाक्ष भी करने लगे हैं.
-
" जिंदा हो तो जिंदा नजर आना जरूरी है
— Mukesh Bhakar (@MukeshBhakar_) July 13, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
उसूलों पर आंच आए तो टकराना जरूरी है"
कांग्रेस में निष्ठा का मतलब है अशोक गहलोत की गुलामी।
वो हमें मंजूर नहीं।
">" जिंदा हो तो जिंदा नजर आना जरूरी है
— Mukesh Bhakar (@MukeshBhakar_) July 13, 2020
उसूलों पर आंच आए तो टकराना जरूरी है"
कांग्रेस में निष्ठा का मतलब है अशोक गहलोत की गुलामी।
वो हमें मंजूर नहीं।" जिंदा हो तो जिंदा नजर आना जरूरी है
— Mukesh Bhakar (@MukeshBhakar_) July 13, 2020
उसूलों पर आंच आए तो टकराना जरूरी है"
कांग्रेस में निष्ठा का मतलब है अशोक गहलोत की गुलामी।
वो हमें मंजूर नहीं।
राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट का भले ही अपने अधिकारीक अकाउंट में किसी तरीके का कोई बयान नहीं आया हो, लेकिन राजस्थान यूथ कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश भाकर ने अपनी भावनाएं ट्वीट के माध्यम से प्रकट कर दी है.
मुकेश भाकर ने एक ट्वीट किया है जिसमें एक शायरी के साथ ही ये भी लिख दिया कि कांग्रेस में निष्ठा का मतलब है अशोक गहलोत की गुलामी वो हमें मंजूर नहीं. मतलब साफ है यूथ कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश भाकर ने बगावत कर दी है और वो भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से नाराज होकर.
यह भी पढ़ें- राजस्थान का सियासी घमासानः राजनीतिक उठापटक के बीच क्या रहा दिनभर का घटनाक्रम, जानें एक क्लिक में..
वहीं प्रदेश में चल रहे सियासी घमासान के बीच राजनीतिक पारा लगातार चढ़ता जा रहा है. हर पल बदलते राजनीतिक घटनाक्रम से कई कयास लगाए जा रहे हैं. पिछले तीन दिन से जारी सियासत में उस समय भूचाल आ गया जब राज्य सरकार में डिप्टी सीएम और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट के ऑफिशियल वाट्सअप ग्रुप पर विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं होने का संदेश आया. सचिन पायलट के इस निर्णय के बाद से वे अपने समर्थित विधायकों के साथ हरियाणा के मानेसर में स्थित एक होटल में कैंप कर रहे हैं.