जयपुर. सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने एक बार फिर सरकार के फैसले पर आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा कि पटवारी और आरएएस भर्ती परीक्षा में नकल रोकने के नाम पर अभ्यर्थियों को सैकड़ों किलोमीटर दूर परीक्षा केंद्र आवंटित किए गए हैं. सरकार बेरोजगारों की ये कैसी परीक्षा ले रही है. ये सरासर गलत है.
राज्य सरकार ने अभ्यर्थियों के आवागमन की सुविधा तो कर दी है, लेकिन यह नहीं सोचा कि बेरोजगार कहां रुकेंगे और क्या खाएंगे? मीणा ने कहा कि परीक्षा केंद्रों की अत्यधिक दूरी से महिलाओं को कितनी दिक्कत होगी यह सरकार नहीं समझ रही है. राजस्थान का बेरोजगार यह परेशानी तो फिर भी झेल लेगा, लेकिन इस बात की क्या गारंटी है कि पेपर लीक नहीं होगा. रीट परीक्षा के समय में भी सरकार ने तथाकथित बड़े इंतजाम किए थे, लेकिन आयोजकों की मिलीभगत से पेपर फिर भी लीक हो गया.
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किरोड़ीलाल मीना ने आरोप लगाया कि सरकार और एसओजी जांच करने की जगह मामला दबाने में जुटी है. इसलिए उन्होंने सीबीआई जांच की मांग की है. मीणा ने रविवार को करवाचौथ होने के बावजूद पटवारी भर्ती परीक्षा में महिला शिक्षिकाओं की ड्यूटी लगाने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. उन्होंने कहा कि करवाचौथ पर शिक्षिकाएं व्रत रखेंगी या दो पारियों में परीक्षा में ड्यूटी देंगी? सरकार को इस मामले में सहानुभूति पूर्वक विचार करना चाहिए.