जयपुर. कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए प्रदेश भर में सभी राजकीय स्मारक और संग्रहालय पर्यटकों के लिए बंद कर दिए गए थे. सरकार के आदेशों के मुताबिक 18 मार्च को सभी पर्यटक स्थलों पर पर्यटकों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी.
1 जून से प्रदेश भर के स्मारक और संग्रहालय पर्यटकों के लिए खोले जाएंगे. राजस्थान पुरातत्व और संग्रहालय विभाग ने सभी स्मारकों और संग्रहालय को खोलने के आदेश जारी किए हैं. पहले दिन स्मारकों पर लोक कलाकारों के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. पर्यटन व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रम आयोजित होंगे. पहले और दूसरे सप्ताह में 4 दिन निर्धारित समय अनुसार पर्यटकों के लिए प्रवेश नि:शुल्क रहेगा.
वहीं, स्मारकों को खोलने से पहले साफ सफाई की जाएगी और पर्यटकों को प्रवेश की ओर से पर ही थर्मल स्क्रीनिंग के बाद प्रवेश दिया जाएगा. सभी स्मारकों पर सरकार की ओर से जारी एडवाइजरी की पालना भी करवाई जाएगी. राजधानी जयपुर में आमेर महल, नाहरगढ़ फोर्ट, जंतर मंतर, हवा महल और अल्बर्ट हॉल भी 1 जून से खोले जाएंगे. पुरातत्व और संग्रहालय विभाग के निदेशक प्रकाश चंद शर्मा के मुताबिक राज्य सरकार की ओर से पर्यटन को बढ़ावा देने और पर्यटन व्यवसाय हितधारियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से 1 जून से सभी स्मारक और संग्रहालय खोलने का निर्णय लिया गया है.
1 जून को सभी संग्रहालय को पर्यटन विभाग के सहयोग से लोक कलाकारों के कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं. स्मारकों के खुलने के प्रचार प्रसार के लिए आवश्यक पोस्टर भी तैयार करवाए जाएंगे. 1 जून से शुरू होने वाले पहले सप्ताह में 4 दिन मंगलवार, गुरुवार, शनिवार और रविवार को सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक और दूसरे सप्ताह में 4 दिन मंगलवार, गुरुवार, शनिवार और रविवार को सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक और 3 बजे से शाम 5 बजे तक देसी विदेशी सैलानियों का प्रवेश निशुल्क रहेगा.
इसके बाद तीसरे सप्ताह से नियमित रूप से प्रतिदिन सुबह 9 से दोपहर 1 बजे तक और दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक वर्तमान में निर्धारित प्रवेश शुल्क का 50 प्रतिशत छूट के साथ देशी-विदेशी सैलानियों को प्रवेश दिया जाएगा. स्मारकों और संग्रहालयो को खोलने से पहले साफ सफाई की जाएगी. पर्यटकों को प्रवेश देने से पहले थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी और हाथों को सैनिटाइज करने के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा. सभी पर्यटकों के लिए मास्क लगाना अनिवार्य रहेगा और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना भी करवाई जाएगी.
स्मारकों में एक समय में केवल 5 से 6 पर्यटकों को प्रवेश करवाया जाएगा और उसके कुछ समय बाद लगभग 5 मिनट के अंतराल में दूसरे समूह को प्रवेश दिया जाएगा. ताकि सोशल डिस्टेंसिंग की पालना हो सके. टिकट बुकिंग विंडो पर भी सोशल डिस्टेंसिंग की पालना के लिए गोले बनाए जाएंगे. पर्यटक स्थलों पर संचालित शॉप या रेस्टोरेंट पर भी सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जाएगा. टूरिस्ट गाइडों को भी सावधानियां बरतने के लिए निर्देशित किया गया है. ऑनलाइन टिकट प्रक्रिया को ज्यादातर बढ़ावा दिया जाएगा. कोरोना हॉटस्पॉट एवं कर्फ्यू प्रभावित क्षेत्रों से अधिकारियों और कर्मचारियों को फिलहाल ड्यूटी पर नहीं बुलाया जाएगा.
सभी स्मारकों और संग्रहालय में स्टाफ या कर्मचारियों के लिए धूम्रपान निषेध रहेगा. आमेर महल में हाथी सवारी और रात कालीन पर्यटन अग्रिम आदेशों तक बंद रहेगा. इसके लिए अलग से आदेश जारी किए जाएंगे. पर्यटकों की आवक और प्रतिक्रिया पर आंकलन करने के बाद ही आमेर महल में लाइट एंड साउंड शो शुरू किया जा सकता है.
पुलिस करवा रही धारा 144 की पालना-
जयपुर में पुलिस प्रशासन की ओर से लॉकडाउन और धारा 144 की पालना करवाई जा रही है. लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई भी लगातार जारी है. जयपुर शहर में लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर 12 अनाधिकृत वाहनों को जब्त किया गया है. अब तक कुल 17 हजार 53 वाहन जब्त किए जा चुके हैं.
धारा 144 का उल्लंघन करने पर अब तक 514 मामले दर्ज किए गए हैं और 1 हजार 182 व्यक्ति गिरफ्तार हो चुके हैं. जयपुर शहर में लॉकडाउन 4.0 के दौरान राजस्थान महामारी अध्यादेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ अब तक 1 हजार 59 कार्रवाई की गई है. जिनसे 2.82 लाख रुपए जुर्माना भी वसूल किया गया है.
राजधानी जयपुर के 39 थाना इलाकों में पूर्ण या आंशिक कर्फ्यू लागू किया गया है. विभिन्न थाना क्षेत्रों के करीब 75 चिन्हित स्थानों पर पूर्ण या आंशिक कर्फ्यू लगा हुआ है. कर्फ्यू क्षेत्रों में पुलिस के अतिरिक्त जवान तैनात किए गए हैं. कर्फ्यू ग्रस्त इलाकों में लोगों की आवाजाही को पूर्णतया प्रतिबंधित किया गया है. जयपुर शहर में लॉकडाउन की पालना के लिए विभिन्न स्थानों पर बैरिकेड लगाकर पुलिस की ओर से नाकाबंदी की जा रही है.
साथ ही अनावश्यक और बिना कारण घूमनें वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है. कर्फ्यू ग्रस्त क्षेत्रों में ड्रोन कैमरा के माध्यम से एक गली मोहल्लों में भी निगरानी रखी जा रही है. खाद्य आपूर्ति वितरण केंद्रों, आवश्यक वस्तुओं की दुकानों, डेयरी बूथों और दवाओं की दुकानों पर सामाजिक दूरी की निगरानी भी ड्रोन कैमरा से हो रही है.
कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्तियों की ट्रेवल्स हिस्ट्री और उनके संपर्क में आए लोगों को 8 क्वॉरेंटाइन केंद्रों पर रखा गया है. सभी क्वॉरेंटाइन केंद्रों पर राउंड दा क्लॉक पुलिस बल नियोजित किया गया है. क्वॉरेंटाइन केंद्रों पर तैनात पुलिस बल का घर या थाने पर आना-जाना पूर्णतया निषेध है.