जयपुर. कांग्रेस के चिंतन शिविर (Congress MLA contemplation camp) में पहुचे विधायक वाजिब अली ने कहा कि कांग्रेस ने तीन साल काम किया है, उनकी समीक्षा होनी चाहिए. अगर उनमे चूक हुई है तो आने वाले 2 सालों में उनकी पूर्ति कैसे हो, उनके लिए भी चर्चा करेंगे. आने वाले 2 साल में पेंडिंग मामलो को पूरा करने के लिए चर्चा होगी. संविदा कर्मियों के नियमितीकरण के मुद्दे सरकार के सामने एक चेलेंज है, जिनको लेकर भी शिविर में चर्चा की जाएगी.
संविदा कर्मियों के मुद्दे पर होगी चर्चा : बसपा से कांग्रेस में आए विधायक वाजिब अली ने कहा कि मदरसा पैराटीचर, राजीव गांधी पैरा टीचर समेत संविदा कर्मियों की सुनवाई होनी चाहिए. चिंतन शिविर में इस मुद्दे पर भी चर्चा करेंगे. संविदा कर्मियों में नियमितीकरण को लेकर आक्रोश है. खासकर मदरसा पैराटीचर्स लगातार धरने प्रदर्शन आंदोलन कर रहे हैं. सरकार के सामने पैरा टीचर्स को नियमित करना एक बड़ी चुनोती है. सरकार ने इसे पूरा कर दिया तो कांग्रेस सरकार बनाना आसान होगा.
रीट मामले को लेकर वाजिब अली ने कहा कि कमियां तो हुई है, सरकार की जिम्मेदारी बनती है उन कमियों को ढूंढना चाहिए, कहीं कोई चूक हुई है तो ठीक करना चाहिए. इस मामले में एसओजी जांच कर रही है. एसओजी भी सरकार का ही हिस्सा है. एसओजी ने जो कार्रवाई की है, वो सरकार ही कर रही है. इस तरह की धांधलियों के खिलाफ मुख्यमंत्री गंभीर हैं. सरकार के 3 साल बीत गये, चिंतन शिविर में आने वाले 2 सालो में कौन कौन से मुद्दे अधूरे हैं उन पर चर्चा करेंगे.
दिल्ली रोड पर एक फाइव स्टार होटल में आज से कांग्रेस और समर्थित दलों के विधायकों का चिंतन शिविर शुरू हुआ है. शिविर में सत्ता और संगठन से जुड़े कई मुद्दों पर मंथन होगा. सीएम गहलोत प्रदेश प्रभारी अजय माकन और पीसीसी चीफ डोटासरा भी इस शिविर में शामिल होंगे. चिंतन शिविर में बजट सत्र की रणनीति को लेकर चर्चा होगी. साथ ही सत्ता और संगठन से जुड़े अन्य मुद्दों पर भी गहनता से विचार मंथन होगा. रीट पेपर लीक, किसानों की जमीन नीलामी और दुष्कर्म के मामलों को लेकर विपक्ष सदन में सरकार को घेरने की तैयारी कर रहा है. ताकि विधायकों को पार्टी लाइन से अच्छी तरीके से रूबरू करवाया जा सके.