ETV Bharat / city

सदन में उठी किसानों से जुड़ी मांगें, विधायक हरीश मीणा और बलवान पूनिया ने उठाया यह मुद्दा

राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को किसानों से जुड़ी मांग उठी. विधायक हरीश मीणा और बलवान पूनिया ने यह मुद्दा उठाया. पूनिया ने प्रदेश में जल्द पटवारियों की हड़ताल समाप्त करवाकर गिरदावरी करवाने की मांग की.

Rajasthan Legislative Assembly,  MLA Balwan Poonia, राजस्थान विधानसभा  राजस्थान न्यूज  जयपुर न्यूज  राजस्थान भाजपा न्यूज  हरीश मीणा ने उठाया किसानों का मुद्दा  विधानसभा में उठा किसानों का मुद्दा  बलवान पूनिया ने उठाया किसानों का मुद्दा  विधायक बलवान पूनिया  राजेंद्र राठौड़ ने गहलोत सरकार पर साधा निशाना  Rajendra Rathore targeted Gehlot government  MLA Balwan Poonia  balwan Poonia raised the issue of farmers  issue of farmers raised in the assembly  Harish Meena
सदन में उठी किसानों से जुड़ी मांग
author img

By

Published : Mar 9, 2021, 3:38 PM IST

जयपुर. राजस्थान विधानसभा के शून्यकाल में मंगलवार को किसानों से जुड़े मुद्दे भी विधायकों ने उठाए. कांग्रेस विधायक हरीश मीणा ने जहां टोंक के किसानों को बीसलपुर से सिंचाई के लिए पानी दिलाने की मांग की, तो वहीं माकपा विधायक बलवान पूनिया ने प्रदेश में जल्द पटवारियों की हड़ताल समाप्त करवा कर गिरदावरी करवाने की मांग की.

सदन में उठी किसानों से जुड़ी मांग

पढ़ें- सदन में उठा आयुष्मान भारत महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना का मुद्दा, रघु शर्मा ने कही ये बड़ी बात

शून्यकाल में हरीश मीणा ने विशेष उल्लेख प्रस्ताव के तहत यह मामला उठाया और कहा कि सिंचाई के लिए पानी नहीं मिलने से किसानों की स्थिति दयनीय हो रही है. मीणा ने कहा कि बीसलपुर बांध का निर्माण 1988 में हुआ था और बांध के निर्माण का मकसद भी आसपास के क्षेत्रों को पानी उपलब्ध कराना था. करोड़ों की लागत से यहां करीब 750 किलोमीटर पक्की नहरों का निर्माण भी हुआ, लेकिन इस बार कम वर्षा के कारण स्थानीय छोटे-मोटे बांध भी नहीं भर पाए. इसके कारण अब किसानों को सिंचाई के लिए भी पानी नहीं मिल पा रहा है.

हरीश मीणा ने कहा कि बीसलपुर से 8 टीएमसी पानी यहां के किसानों को सिंचाई के लिए दिया जाना चाहिए. पूर्व में कलेक्टर ने प्रमुख शासन सचिव जल संसाधन को पत्र भी लिखा, जिसके माध्यम से यह जानकारी सामने आई कि पेयजल के लिए पानी देने के बाद भी बिसलपुर में 7 टीएमसी पानी बचेगा. इसलिए इसमें से यदि 4 टीएमसी पानी सिंचाई के लिए दे दिया जाए तो किसानों को मदद मिलेगी.

पढ़ें- शिक्षा विभाग में 50 फीसदी पद खाली, स्पीकर ने उच्च शिक्षा मंत्री को लगाई फटकार...

विधायक ने कहा कि साल 2017-18 में बांध पूरा नहीं भरे होने के बावजूद भी 4 टीएमसी पानी किसानों को सिंचाई के लिए दिया गया था. ऐसे में मीणा ने मांग की कि बांध में 16 टीएमसी के अतिरिक्त पानी क्षेत्र के लोगों को दिया जाए.

बलवान पूनिया ने पटवारियों के हड़ताल का मामला उठाया

शून्यकाल में स्थगन के जरिए माकपा विधायक बलवान पूनिया ने पटवारियों की चल रही हड़ताल का मामला भी उठाया. पूनिया ने कहा कि वर्तमान में कई जगह फसल खराब हो चुकी है और क्रॉप कटिंग कराने का भी समय आ चुका है, लेकिन क्रॉप कटिंग तब तक नहीं होगी जब तक गिरदावरी का काम नहीं होगा. उन्होंने कहा कि गिरदावरी के काम के लिए जरूरी है कि पटवारियों की हड़ताल समाप्त कराई जाए.

शून्यकाल में सदन से मंत्री गायब, राठौड़ ने जताई आपत्ति

शून्यकाल में स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कई मंत्री सदन से गायब रहे. इस पर प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने आपत्ति जताई. राठौड़ ने स्पीकर सीपी जोशी से कहा कि आप के निर्देशों के बावजूद सरकार के मंत्री अवहेलना कर रहे हैं. परिवहन मंत्री सदन में मौजूद नहीं है और उसके अलावा कई मंत्री ऐसे हैं जो प्रश्नकाल के बाद ही उठ कर चल दिए. ऐसे में आखिर शून्यकाल और स्थगन प्रस्ताव की अहमियत क्या रह जाएगी.

जयपुर. राजस्थान विधानसभा के शून्यकाल में मंगलवार को किसानों से जुड़े मुद्दे भी विधायकों ने उठाए. कांग्रेस विधायक हरीश मीणा ने जहां टोंक के किसानों को बीसलपुर से सिंचाई के लिए पानी दिलाने की मांग की, तो वहीं माकपा विधायक बलवान पूनिया ने प्रदेश में जल्द पटवारियों की हड़ताल समाप्त करवा कर गिरदावरी करवाने की मांग की.

सदन में उठी किसानों से जुड़ी मांग

पढ़ें- सदन में उठा आयुष्मान भारत महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना का मुद्दा, रघु शर्मा ने कही ये बड़ी बात

शून्यकाल में हरीश मीणा ने विशेष उल्लेख प्रस्ताव के तहत यह मामला उठाया और कहा कि सिंचाई के लिए पानी नहीं मिलने से किसानों की स्थिति दयनीय हो रही है. मीणा ने कहा कि बीसलपुर बांध का निर्माण 1988 में हुआ था और बांध के निर्माण का मकसद भी आसपास के क्षेत्रों को पानी उपलब्ध कराना था. करोड़ों की लागत से यहां करीब 750 किलोमीटर पक्की नहरों का निर्माण भी हुआ, लेकिन इस बार कम वर्षा के कारण स्थानीय छोटे-मोटे बांध भी नहीं भर पाए. इसके कारण अब किसानों को सिंचाई के लिए भी पानी नहीं मिल पा रहा है.

हरीश मीणा ने कहा कि बीसलपुर से 8 टीएमसी पानी यहां के किसानों को सिंचाई के लिए दिया जाना चाहिए. पूर्व में कलेक्टर ने प्रमुख शासन सचिव जल संसाधन को पत्र भी लिखा, जिसके माध्यम से यह जानकारी सामने आई कि पेयजल के लिए पानी देने के बाद भी बिसलपुर में 7 टीएमसी पानी बचेगा. इसलिए इसमें से यदि 4 टीएमसी पानी सिंचाई के लिए दे दिया जाए तो किसानों को मदद मिलेगी.

पढ़ें- शिक्षा विभाग में 50 फीसदी पद खाली, स्पीकर ने उच्च शिक्षा मंत्री को लगाई फटकार...

विधायक ने कहा कि साल 2017-18 में बांध पूरा नहीं भरे होने के बावजूद भी 4 टीएमसी पानी किसानों को सिंचाई के लिए दिया गया था. ऐसे में मीणा ने मांग की कि बांध में 16 टीएमसी के अतिरिक्त पानी क्षेत्र के लोगों को दिया जाए.

बलवान पूनिया ने पटवारियों के हड़ताल का मामला उठाया

शून्यकाल में स्थगन के जरिए माकपा विधायक बलवान पूनिया ने पटवारियों की चल रही हड़ताल का मामला भी उठाया. पूनिया ने कहा कि वर्तमान में कई जगह फसल खराब हो चुकी है और क्रॉप कटिंग कराने का भी समय आ चुका है, लेकिन क्रॉप कटिंग तब तक नहीं होगी जब तक गिरदावरी का काम नहीं होगा. उन्होंने कहा कि गिरदावरी के काम के लिए जरूरी है कि पटवारियों की हड़ताल समाप्त कराई जाए.

शून्यकाल में सदन से मंत्री गायब, राठौड़ ने जताई आपत्ति

शून्यकाल में स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कई मंत्री सदन से गायब रहे. इस पर प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने आपत्ति जताई. राठौड़ ने स्पीकर सीपी जोशी से कहा कि आप के निर्देशों के बावजूद सरकार के मंत्री अवहेलना कर रहे हैं. परिवहन मंत्री सदन में मौजूद नहीं है और उसके अलावा कई मंत्री ऐसे हैं जो प्रश्नकाल के बाद ही उठ कर चल दिए. ऐसे में आखिर शून्यकाल और स्थगन प्रस्ताव की अहमियत क्या रह जाएगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.