जयपुर. राजस्थान में विधायक दल की बैठक से पूर्व ही गहलोत गुट के विधायकों ने विरोध में उतर आए. विधायकों ने सीएम फेस के लिए पायलट के नाम का विरोध करते हुए विधायक दल की बैठक का बहिष्काकर कर दिया. इस दौरान 76 विधायकों ने विरोध में सीपी जोशी के समक्ष इस्तीफा भी दे दिया जिससे प्रदेश की राजनीति में हलचल तेज हो गई.
इस दौरान इस्तीफा देने वालों में जयपुर के बगरू विधानसभा क्षेत्र से विधायक गंगा देवी (Discussion on MLA Ganga Devi resignation) का नाम भी शामिल होने की चर्चा रही. वह विरोध कर रहे विधायकों के साथ सीपी जोशी के आवास पर भी गईं थी. लेकिन विधायक गंगा देवी ने इस्तीफे की बात से इनकार किया है. उनका कहना है कि वह देर (MLA Ganga Devi denies resignation) से पहुंची थी. ऐसे में न मुझे कोई चिट्ठी मिली और न मैंने किसी को इस्तीफा दिया है. उन्होंने कहा कि किसी के पक्ष या विपक्ष में हस्ताक्षर करने की बात उन्हें याद नहीं है.
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#WATCH चिट्ठी के विषय में मुझे कोई जानकारी नहीं है मैं वहां देर से पहुंची थी। मैंने चिट्ठी नहीं पढ़ी थी, मैंने इस्तीफा नहीं दिया, आलाकमान जो फैसला करेंगे हम उसके साथ हैं। पर्यवेक्षक से हमारी मिलने की बात थी लेकिन हम नहीं जा सके: गंगा देवी, कांग्रेस MLA#RajasthanPoliticalCrisis pic.twitter.com/3aWr88pRHl
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 26, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 26, 2022#WATCH चिट्ठी के विषय में मुझे कोई जानकारी नहीं है मैं वहां देर से पहुंची थी। मैंने चिट्ठी नहीं पढ़ी थी, मैंने इस्तीफा नहीं दिया, आलाकमान जो फैसला करेंगे हम उसके साथ हैं। पर्यवेक्षक से हमारी मिलने की बात थी लेकिन हम नहीं जा सके: गंगा देवी, कांग्रेस MLA#RajasthanPoliticalCrisis pic.twitter.com/3aWr88pRHl
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उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस के साथ हैं. आलाकमान के निर्देश सर्वोपरि है और राजस्थान के मुख्यमंत्री के नाम को लेकर वह जो भी आदेश पारित करेंगे वह उसके साथ हैं. विधायकों के विरोध को लेकर उन्होंने कहा कि जब मीटिंग रखी गई थी तो उनके सामने बात रखनी चाहिए थी. माकन और खड़गे शीर्ष नेता हैं और आलाकमान की तरफ से इसी लिए भेजे गए थे. उनसे बात करनी चाहिए थी.