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कांग्रेस सम्माननीय...बसपा ने जो निर्देश जारी किए वो माने नहीं जा सकते थेः बसपा विधायक

बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए सबसे वरिष्ठ विधायक दीपचंद खैरिया ने कहा है कि बसपा ने ऐसे आदेश दिए जो माने नहीं जा सकते थे. वहीं, उन्होंने कहा कि सभी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सम्माननीय हैं. जब काम राजस्थान में करना था तो कांग्रेस की राह ठीक है. मंगलवार को विधायक ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कई अहम मुद्दों पर बात की.

rajasthan news, बसपा पर विधायक दीपचंद का आरोप
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Published : Sep 17, 2019, 4:38 PM IST

जयपुर. बसपा से कांग्रेस में आए 6 विधायकों में से सबसे वरिष्ठ विधायक दीपचंद खैरिया ने कहा कि देश की जो स्थिति आज बन रही है, ऐसे में सही दिशा में सोचने वाले लोगों और पार्टी के साथ जाने से हर किसी को मजबूती मिलेगी. आपको बता दें कि दीपचंद वही विधायक हैं जो लगातार दो बार चुनाव हारने के चलते कांग्रेस से टिकट कटवा चुके थे. जिसके बाद उन्होंने बसपा का दामन थामा और बसपा से चुनाव लड़कर विधायक बने.

कांग्रेस में शामिल होने पर विधायक दीपचंद खैरिया का बयान

अपनी टिकट को लेकर उन्होंने कहा कि मेरी टिकट कटी नहीं थी, बल्कि आपसी टकराव के चलते काटी गई थी. उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत समेत समस्त वरिष्ठ नेता उनके सम्माननीय हैं और मंत्री पद को लेकर किसी तरीके की बातचीत नहीं हुई है. इसके साथ ही उन्होंने यह जरूर कहा कि उनकी कोई शर्त नहीं है, लेकिन अगर सरकार उन्हें मंत्री पद के योग्य समझेगी तो वह जरूर मंत्री बनना चाहेंगे.

पढ़ें : थावरचंद गहलोत ने सीएम गहलोत से किया आग्रह, प्रदेश में दिव्यांगजनों का आरक्षण 4 से बढ़ाकर 6 प्रतिशत हो

दीपचंद ने कहा कि वे किसी शर्त के साथ कांग्रेस पार्टी में शामिल नहीं हुए हैं और अगर कांग्रेस पार्टी उन्हें अगले चुनाव में टिकट नहीं देगी तो वह चुनाव भी नहीं लड़ेंगे. वहीं बसपा में शामिल होने को लेकर उन्होंने कहा कि यह सभी 6 विधायकों का सामूहिक निर्णय था. उन्होंने बसपा पर एक सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा कि बसपा जिस तरीके के निर्देश हमें जारी कर रही थी वह हमें मंजूर नहीं रहा.

जयपुर. बसपा से कांग्रेस में आए 6 विधायकों में से सबसे वरिष्ठ विधायक दीपचंद खैरिया ने कहा कि देश की जो स्थिति आज बन रही है, ऐसे में सही दिशा में सोचने वाले लोगों और पार्टी के साथ जाने से हर किसी को मजबूती मिलेगी. आपको बता दें कि दीपचंद वही विधायक हैं जो लगातार दो बार चुनाव हारने के चलते कांग्रेस से टिकट कटवा चुके थे. जिसके बाद उन्होंने बसपा का दामन थामा और बसपा से चुनाव लड़कर विधायक बने.

कांग्रेस में शामिल होने पर विधायक दीपचंद खैरिया का बयान

अपनी टिकट को लेकर उन्होंने कहा कि मेरी टिकट कटी नहीं थी, बल्कि आपसी टकराव के चलते काटी गई थी. उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत समेत समस्त वरिष्ठ नेता उनके सम्माननीय हैं और मंत्री पद को लेकर किसी तरीके की बातचीत नहीं हुई है. इसके साथ ही उन्होंने यह जरूर कहा कि उनकी कोई शर्त नहीं है, लेकिन अगर सरकार उन्हें मंत्री पद के योग्य समझेगी तो वह जरूर मंत्री बनना चाहेंगे.

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दीपचंद ने कहा कि वे किसी शर्त के साथ कांग्रेस पार्टी में शामिल नहीं हुए हैं और अगर कांग्रेस पार्टी उन्हें अगले चुनाव में टिकट नहीं देगी तो वह चुनाव भी नहीं लड़ेंगे. वहीं बसपा में शामिल होने को लेकर उन्होंने कहा कि यह सभी 6 विधायकों का सामूहिक निर्णय था. उन्होंने बसपा पर एक सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा कि बसपा जिस तरीके के निर्देश हमें जारी कर रही थी वह हमें मंजूर नहीं रहा.

Intro:बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए सबसे वरिष्ठ विधायक दीपचंद खेरिया बोले बसपा ने ऐसे आदेश दिए जो माने नहीं जा सकते थे सभी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सम्मानीय हैं मंत्री पद पर नहीं हुई कोई बात लेकिन अगर बनाएंगे तो जरूर बनूंगा जब काम राजस्थान में करना था तो कांग्रेस राह ठीक है


Body:बसपा से कांग्रेस में आए 6 विधायकों में से सबसे वरिष्ठ विधायक दीपचंद खेरिया ने कहा की देश की जो स्थिति आज बन रही है ऐसे में सही दिशा में सोचने वाले लोगों और पार्टी के साथ जाने से हर किसी को मजबूती मिलेगी आपको बता दें कि दीपचंद वही विधायक हैं जो लगातार दो बार चुनाव हारने के चलते कांग्रेस से टिकट कटवा चुके थे जिसके बाद उन्होंने बसपा का दामन थामा और बसपा से चुनाव लड़कर वह विधायक बने अपनी टिकट को लेकर उन्होंने कहा कि मेरी टिकट कटी नहीं थी वह तो आपसी टकराव के चलते काटी गई थी उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत समेत समस्त वरिष्ठ नेता उनके सम्माननीय हैं और मंत्री पद को लेकर किसी तरीके की बातचीत नहीं हुई है आना क्यों ने इसके साथ यह जरूर कहा कि उनकी कोई शर्त नहीं है लेकिन अगर सरकार उन्हें मंत्री पद के योग्य समझेगी तो वह जरूर मंत्री बनना चाहेंगे दीपचंद ने कहा किसी शर्त के साथ कांग्रेस पार्टी में शामिल नहीं हुए हैं और अगर कांग्रेस पार्टी उन्हें अगले चुनाव में टिकट नहीं देगी तो वह चुनाव भी नहीं लड़ेंगे वहीं बसपा में शामिल होने को लेकर उन्होंने कहा कि यह सभी 6 विधायकों का सामूहिक निर्णय था तो वहीं उन्होंने बसपा पर एक सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा कि बसपा जिस तरीके के निर्देश हमें जारी कर रही थी वह हमें मंजूर नहीं रहा
121 दीपचंद खेरिया विधायक बसपा जो अब कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं


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