जयपुर. बसपा से कांग्रेस में आए 6 विधायकों में से सबसे वरिष्ठ विधायक दीपचंद खैरिया ने कहा कि देश की जो स्थिति आज बन रही है, ऐसे में सही दिशा में सोचने वाले लोगों और पार्टी के साथ जाने से हर किसी को मजबूती मिलेगी. आपको बता दें कि दीपचंद वही विधायक हैं जो लगातार दो बार चुनाव हारने के चलते कांग्रेस से टिकट कटवा चुके थे. जिसके बाद उन्होंने बसपा का दामन थामा और बसपा से चुनाव लड़कर विधायक बने.
अपनी टिकट को लेकर उन्होंने कहा कि मेरी टिकट कटी नहीं थी, बल्कि आपसी टकराव के चलते काटी गई थी. उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत समेत समस्त वरिष्ठ नेता उनके सम्माननीय हैं और मंत्री पद को लेकर किसी तरीके की बातचीत नहीं हुई है. इसके साथ ही उन्होंने यह जरूर कहा कि उनकी कोई शर्त नहीं है, लेकिन अगर सरकार उन्हें मंत्री पद के योग्य समझेगी तो वह जरूर मंत्री बनना चाहेंगे.
दीपचंद ने कहा कि वे किसी शर्त के साथ कांग्रेस पार्टी में शामिल नहीं हुए हैं और अगर कांग्रेस पार्टी उन्हें अगले चुनाव में टिकट नहीं देगी तो वह चुनाव भी नहीं लड़ेंगे. वहीं बसपा में शामिल होने को लेकर उन्होंने कहा कि यह सभी 6 विधायकों का सामूहिक निर्णय था. उन्होंने बसपा पर एक सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा कि बसपा जिस तरीके के निर्देश हमें जारी कर रही थी वह हमें मंजूर नहीं रहा.