जयपुर. शुक्रवार को अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री सालेह मोहम्मद ने विधानसभा के बाहर पत्रकारों से बातचीत के दौरान (Saleh Mohammad Big statement on Hijab Controversy) एक सवाल के जवाब में हिजाब विवाद पर कुछ ऐसा कह दिया जिससे प्रदेश में एक नया विवाद खड़ा हो सकता है. कहा कि मैं उस पक्ष में हूं कि आज राजस्थान में घूंघट प्रथा भी है और धार्मिक दृष्टि से हिजाब भी पहना जाता है. हमारे क्षेत्र में कई जगह महिलाएं घूंघट नहीं करतीं न हिजाब पहनती हैं क्योंकि ये आपके ऊपर है की आपको कैसे रहना है.
लोकतंत्र में स्वतंत्रता: मंत्री बोले लोकतंत्र में आप को स्वतंत्रता मिली है कि आप किस तरह रहना चाहते हो. मंत्री से जब शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब (Hijab Controversy Row) पहनकर जाने की अनुमति से जुड़ा सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आप शैक्षणिक संस्थान में जा रहे हो या फिर राजकीय नौकरी में इतनी स्वतंत्रता मिलनी चाहिए कि आप अपने आपको वहां किस तरह रखना चाह रहे हैं. इस दौरान मंत्री सालेह मोहम्मद ने भाजपा पर हिजाब विवाद को सांप्रदायिक रूप देकर उन्माद फैलाने का आरोप भी लगाया.
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'देश शरियत से नहीं संविधान से चलता है' : मंत्री के इस बयान पर पूर्व शिक्षा मंत्री और भाजपा के मौजूदा विधायक वासुदेव देवनानी ने पलटवार किया. देवनानी ने कहा कि ये देश शरीयत से नहीं बल्कि संविधान से चलता है. देवनानी ने कहा कि लोकतंत्र में छूट जरूर मिली है लेकिन आप अपने घर पर पहनें, बाहर पहनें लेकिन शैक्षणिक संस्थान और राजकीय सेवा सहित अन्य सेवा में जो निर्धारित ड्रेस है उसकी पालना होना चाहिए. देवनानी ने कहा ऐसे तो कल महिला पायलट और चिकित्सक बोलेंगे हम हिजाब (Hijab Controversy Row) पहनकर प्लेन उड़ाएंगे या ऑपरेशन करेंगे तो यह संभव नहीं है.