जयपुर. हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा के धारा 370 को लेकर दिए गए बयान के बाद कांग्रेस में हड़कंप मचा हुआ है. जहां कुछ नेता इसे गलत बता रहे हैं तो वहीं, कुछ नेता इसे लेकर असमंजस में हैं कि इतने बड़े नेता को लेकर क्या बयान दें. राजस्थान की बात करें तो राजस्थान सरकार में मंत्री रघु शर्मा ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी के जितने भी नेता हैं वह सोनिया गांधी के नेतृत्व में एकजुट हैं.
उन्होंने कहा कि अगर किसी ने 370 को लेकर कुछ कहा है तो यही कांग्रेस पार्टी की खासियत है कि यहां पर नेताओं को आंतरिक लोकतंत्र के तहत बोलने की आजादी है. रघु शर्मा ने कहा कि कांग्रेस भाजपा की तरह नहीं है जहां मोदी और शाह की जलती है. यहां पर आंतरिक लोकतंत्र है. शर्मा ने कहा कि अगर किसी ने कहा है तो वह पार्टी की बेहतरी के लिए भी कहा जा सकता है, लेकिन उन्हें यह बात पार्टी फोरम पर रखनी चाहिए थी. क्योंकि वह सीनियर लीडर है रघु शर्मा ने कहा कि दो बार मुख्यमंत्री रहे हुड्डा का मंतव्य कभी भी बगावत का नहीं हो सकता है.
ये है मामला...
दरअसल, हरियाणा के रोहतक में आयोजित महापरिवर्तन रैली के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस पहले वाली नहीं रही. मैं यहां सारी चीजों से मुक्त होकर अपनी बात कहने आया हूं. मुझे नेताओं व रैली में मौजूद लोगों द्वारा कोई भी फैसला लेने का जो अधिकार दिया है, उसके लिए मैं एक कमेटी का गठन करुंगा. कमेटी की सलाह पर इस बारे में कोई भी फैसला लूंगा. वहीं, उन्होंने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने की चर्चा करते हुए कहा कि कांग्रेस थोड़ी राह भटक गई है. इस बयान के बाद कांग्रेस खलबली मची हुई है.
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वहीं, इस मामले पर बोलते हुए मंत्री प्रताप सिंह ने कहा कि कांग्रेस लोकतांत्रिक पार्टी है. नीति में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं. जब धारा 370 लागू की गई तो कश्मीर को देश के साथ रखना जरूरी था और उस समय भी नेहरू जी ने कहा था कि धारा 370 घीस-घीस कर खुद ही खत्म हो जाएगी. हालांकि कांग्रेस की आपत्ति इसे लेकर यह है कि जिस तरीके से इसे जबरन लागू किया गया है और इसमें लोगों को साथ नहीं रखा गया है वह गलत है. कांग्रेस इस तरीके का विरोध करेगी. मंत्री हरीश चौधरी ने इस मामले पर बचते हुए कहा कि किसी भी बयान के बारे में यह देखना चाहिए कि वह किस संदर्भ में कहा गया है.