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21 में से 11 मंत्रियों ने नहीं किया जिलों का दौरा, कुछ ने वर्चअल मीटिंग की तो कुछ ने वह भी नहीं - ignored CM Gehlot's instructions

राजस्थान में कोरोना संक्रमण बढ़ता जा रहा है, लेकिन सरकार के मंत्रियों शायद इसकी परवाह नहीं. तभी तो मुख्यमंत्री के आदेश के बाद भी 21 में से 11 मंत्रियों ने अपने प्रभार वाले 15 जिलो में दौरे किए हैं. इनमें 8 प्रभारी मंत्रियों ओर सचेतक, उपसचेतकों ने 14 जिलो में वर्चुअल बैठक कर लीपापोती कर दी तो वहीं 3 मंत्रियों ने यह भी करना जरूरी नहीं समझा. जिले में क्या हलात हैं और क्या जरूरत है इसकी उन्हें कोई परवाह नहीं.

वर्चुअल मीटिंग की , 11 मंत्रियों ने ही किया दौरा, Ministers in charge did not visit,  took virtual meeting, only 11 ministers visited
प्रभारी मंत्रियों नहीं किया दौरा
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Published : May 25, 2021, 10:52 AM IST

जयपुर. राजस्थान की जनता कोरोना से जूझ रही है तो वहीं सरकार को विपक्षी दल भाजपा के साथ अपनी ही पार्टी के विधायकों के अंतर्विरोध से जूझना पड़ रहा है. कोरोना की जिलों में क्या वास्तविक स्थिति है यह जानने के लिए 12 मई को हुई कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंत्रियों को निर्देश दिए थे कि वह अपने प्रभार वाले जिलों में जाकर देखें कि वहां क्या हालात हैं और किस जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं और अन्य व्यवस्थआ की आवश्यकता है. मुख्यमंत्री ने यह निर्देश 12 मई को अपने मंत्रियों को दिए थे लेकिन प्रदेश के 21 मंत्रियों में से 11 मंत्रियों ने ही इन निर्देशों का पालन करते हुए अपने प्रभार वाले 15 जिलों में व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया.

पढ़ें: कोरोना की दूसरी लहर : राजस्थान में 34 चिकित्सकों की मौत, देशभर में आंकड़ा 400 से ज्यादा

वहीं प्रदेश के 8 मंत्री और मुख्य सचेतक और उप मुख्य सचेतकों ने जिलों में जाकर वास्तविक स्थिति जानने की जगह वर्चुअल बैठक के माध्यम से ही खानापूर्ति पूरी कर ली है. वहीं प्रदेश के 3 मंत्रियों ने मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद भी अपने प्रभार वाले 4 जिलों का न व्यक्तिगत दौरा किया और न ही वर्चुअल बैठक कर ही स्थिति जानी. हालांकि 22 मंत्रियों में से तीन मंत्री ऐसे भी हैं जिन्होंने मुख्यमंत्री के निर्देशों से पहले ही अपने प्रभार वाले 5 जिलों का दौरा कर वहां की स्थितियों का जायजा ले लिया था.

इन 11 प्रभारी मंत्रियों ने किया दौरा , 2 मंत्रियों ने वर्चुअल बैठक भी की

शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने बीकानेर, खेल मंत्री अशोक चांदना ने करौली और दौसा, वन मंत्री सुखराम बिश्नोई ने बाड़मेर और जैसलमेर, उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा ने बूंदी और सवाई माधोपुर, होमगार्ड मंत्री भजन लाल जाटव ने धौलपुर, राजस्व मंत्री हरीश चौधरी में नागौर, खान मंत्री प्रमोद जैन भाया ने जालौर और सिरोही, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने उदयपुर, महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने अलवर, उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने चूरू में व्यक्तिगत दौरा किया. इन 11 मंत्रियों में से प्रदेश अध्यक्ष और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा और उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा ने अपने प्रभार वाले जिलों का दौरा किया और वर्चुअल बैठक भी की.

पढ़ें: EXCLUSIVE : ये तीसरी लहर नहीं तो क्या ? 2 महीने में जयपुर में 13000 से ज्यादा बच्चे हुए कोरोना संक्रमित

3 मंत्रियों ने पहले ही कर लिया दौरा

प्रदेश के 11 मंत्रियों में से तीन ऐसे भी हैं जिन्होंने अपने प्रभार वाले जिलों में मुख्यमंत्री के निर्देशों के पहले ही दौरा कर हालात का जायजा ले लिया था. इन मंत्रियों में मंत्री अशोक चांदना, सुखराम बिश्नोई और ममता भूपेश शामिल हैं.

कुछ ने वर्चुअल बैठक तो कुछ ने वह भी नही की

मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद राजस्थान के 9 मंत्रियों और मुख्य सचेतक और उप मुख्य सचेतक ने मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद व्यक्तिगत तौर पर दौरे नहीं किए और वर्चुअल बैठक के माध्यम से लीपापोती कर दी. इन मंत्रियों में मुख्य सचेतक महेश जोशी ने भरतपुर, उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी ने जोधपुर, सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने राजसमंद, ऊर्जा एवं जलदाय मंत्री बीडी कल्ला ने श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़, कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने कोटा और अजमेर, स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने भीलवाड़ा और टोंक, जनजाति मंत्री अर्जुन बामनिया ने चित्तौड़गढ़ और प्रतापगढ़, तकनीकी शिक्षा मंत्री सुभाष गर्ग ने सीकर और झुंझुनू जिले में दौरा न कर वर्चुअल बैठक कर ही अधिकारियों से जानकारी ली.

तीन मंत्रियों ने अपने प्रभार वाले 4 जिलों में न दौरा किए और न ही वर्चुअल बैठक की. इन मंत्रियों में जयपुर के प्रभारी मंत्री शांति धारीवाल, बांसवाड़ा और डूंगरपुर के प्रभारी मंत्री राजेंद्र यादव और बारां के प्रभारी मंत्री टीकाराम जूली शामिल हैं. सीएम के आदेश को भी इन मंत्रियों ने नजरअंदाज कर दिया.

जयपुर. राजस्थान की जनता कोरोना से जूझ रही है तो वहीं सरकार को विपक्षी दल भाजपा के साथ अपनी ही पार्टी के विधायकों के अंतर्विरोध से जूझना पड़ रहा है. कोरोना की जिलों में क्या वास्तविक स्थिति है यह जानने के लिए 12 मई को हुई कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंत्रियों को निर्देश दिए थे कि वह अपने प्रभार वाले जिलों में जाकर देखें कि वहां क्या हालात हैं और किस जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं और अन्य व्यवस्थआ की आवश्यकता है. मुख्यमंत्री ने यह निर्देश 12 मई को अपने मंत्रियों को दिए थे लेकिन प्रदेश के 21 मंत्रियों में से 11 मंत्रियों ने ही इन निर्देशों का पालन करते हुए अपने प्रभार वाले 15 जिलों में व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया.

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वहीं प्रदेश के 8 मंत्री और मुख्य सचेतक और उप मुख्य सचेतकों ने जिलों में जाकर वास्तविक स्थिति जानने की जगह वर्चुअल बैठक के माध्यम से ही खानापूर्ति पूरी कर ली है. वहीं प्रदेश के 3 मंत्रियों ने मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद भी अपने प्रभार वाले 4 जिलों का न व्यक्तिगत दौरा किया और न ही वर्चुअल बैठक कर ही स्थिति जानी. हालांकि 22 मंत्रियों में से तीन मंत्री ऐसे भी हैं जिन्होंने मुख्यमंत्री के निर्देशों से पहले ही अपने प्रभार वाले 5 जिलों का दौरा कर वहां की स्थितियों का जायजा ले लिया था.

इन 11 प्रभारी मंत्रियों ने किया दौरा , 2 मंत्रियों ने वर्चुअल बैठक भी की

शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने बीकानेर, खेल मंत्री अशोक चांदना ने करौली और दौसा, वन मंत्री सुखराम बिश्नोई ने बाड़मेर और जैसलमेर, उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा ने बूंदी और सवाई माधोपुर, होमगार्ड मंत्री भजन लाल जाटव ने धौलपुर, राजस्व मंत्री हरीश चौधरी में नागौर, खान मंत्री प्रमोद जैन भाया ने जालौर और सिरोही, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने उदयपुर, महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने अलवर, उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने चूरू में व्यक्तिगत दौरा किया. इन 11 मंत्रियों में से प्रदेश अध्यक्ष और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा और उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा ने अपने प्रभार वाले जिलों का दौरा किया और वर्चुअल बैठक भी की.

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3 मंत्रियों ने पहले ही कर लिया दौरा

प्रदेश के 11 मंत्रियों में से तीन ऐसे भी हैं जिन्होंने अपने प्रभार वाले जिलों में मुख्यमंत्री के निर्देशों के पहले ही दौरा कर हालात का जायजा ले लिया था. इन मंत्रियों में मंत्री अशोक चांदना, सुखराम बिश्नोई और ममता भूपेश शामिल हैं.

कुछ ने वर्चुअल बैठक तो कुछ ने वह भी नही की

मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद राजस्थान के 9 मंत्रियों और मुख्य सचेतक और उप मुख्य सचेतक ने मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद व्यक्तिगत तौर पर दौरे नहीं किए और वर्चुअल बैठक के माध्यम से लीपापोती कर दी. इन मंत्रियों में मुख्य सचेतक महेश जोशी ने भरतपुर, उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी ने जोधपुर, सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने राजसमंद, ऊर्जा एवं जलदाय मंत्री बीडी कल्ला ने श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़, कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने कोटा और अजमेर, स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने भीलवाड़ा और टोंक, जनजाति मंत्री अर्जुन बामनिया ने चित्तौड़गढ़ और प्रतापगढ़, तकनीकी शिक्षा मंत्री सुभाष गर्ग ने सीकर और झुंझुनू जिले में दौरा न कर वर्चुअल बैठक कर ही अधिकारियों से जानकारी ली.

तीन मंत्रियों ने अपने प्रभार वाले 4 जिलों में न दौरा किए और न ही वर्चुअल बैठक की. इन मंत्रियों में जयपुर के प्रभारी मंत्री शांति धारीवाल, बांसवाड़ा और डूंगरपुर के प्रभारी मंत्री राजेंद्र यादव और बारां के प्रभारी मंत्री टीकाराम जूली शामिल हैं. सीएम के आदेश को भी इन मंत्रियों ने नजरअंदाज कर दिया.

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